नहीं थम रही हैं दलितों पर उत्पीड़न की घटनाएं : कांग्रेस
उत्तर प्रदेश कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि कोरोना संकट के कारण लाकडाउन के बावजूद दलितों के उत्पीड़न और बलात्कार की घटनाये थमने का नाम नहीं ले रही हैं

लखनऊ। उत्तर प्रदेश कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि कोरोना संकट के कारण लाकडाउन के बावजूद दलितों के उत्पीड़न और बलात्कार की घटनाये थमने का नाम नहीं ले रही हैं।
प्रदेश कांग्रेस अनुसूचित जाति विभाग के चेयरमैन आलोक प्रसाद ने बुधवार को कहा कि पूरा देश विषम परिस्थितियों से जूझ रहा है। कोरोना वायरस का प्रकोप पूरे देश में कुकुरमुत्ते की तरह फैलता जा रहा है। ऐसे में कुछ विक्षिप्त मानसिकता से ग्रसित लोग अपनी
हैवानियत से बाज नहीं आ रहे हैं। हाल ही में दुष्कर्म की शिकार बाल्मीकि समाज की छात्रा ने फांसी लगाकार आत्महत्या कर ली।
कन्नौज में भाजपा सांसद सुब्रत पाठक ने तहसीलदार अरविन्द कुमार को घर में घुसकर पीटा लेकिन अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हुई। रामपुर में एक सफाईकर्मी के साथ पांच लोगों ने मारपीट कर उसके मुंह में सेनिटाइजर का रासायनिक घेाल डाल दिया जिससे उसकी मौत हो गई।
उन्होने कहा कि प्रदेश में बचाव और आपदा कार्य में लगे सफाईकर्मियों के साथ भी मारपीट की घटनाएं हो रही हैं। पुलिसकर्मी भी अपने अधिकार और बल का प्रयोग इन पर करने से चूक नहीं रहे। कानपुर में पनकी क्षेत्र में काम पर जा रही एक महिला सफाईकर्मी की पुलिस ने पिटाई कर दी। झांसी में भी पुलिस ने सफाईकर्मियों पर झूठे आरोप लगाकर पिटाई की। कानपुर के गोविन्दनगर क्षेत्र में भी सफाईकर्मी को कुछ युवकों द्वारा पीटा गया और जबरन सेनिटाइजर पिलाया गया। लखनऊ में भी एक सेनिटरी सुपरवाइजर के साथ मारपीट के साथ मारपीट की गयी।
मुख्यमंत्री से मांग है कि ऐसी निन्दनीय घटनाओं को संज्ञान में लेकर आपराधिक तत्वों को चिन्हित किया जाए तथा प्रभावी कार्यवाही कर दोषियों को कठोर सजा दी जाए।


