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तीसरी लहर में 20 फीसदी मौत संक्रमण से दूसरी लहर में आंकड़ा था 50 फीसदी

प्रदेश में कोरोना से बढ़ते मौत के मामले पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रत्येक मौत की डेथ आडिट कर स्वास्थ्य विभाग से रिपोर्ट मांगी है

तीसरी लहर में 20 फीसदी मौत संक्रमण से दूसरी लहर में आंकड़ा था 50 फीसदी
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रायपुर। प्रदेश में कोरोना से बढ़ते मौत के मामले पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रत्येक मौत की डेथ आडिट कर स्वास्थ्य विभाग से रिपोर्ट मांगी है। इधर राज्य में जनवरी में हुए कोरोना से मौत की आडिट रिपार्ट में 80 फीसद केस में मरीज के अन्य बीमारी से पीडि़त होने की बात कही जा रही है। वहीं 20 फीसद मौत के मामलों में वजह कोरोना को माना गया है। जबकि दूसरी लहर में 50 फीसद मौत कोरोना के साथ अन्य बीमारी व 50 फीसद मौत की वजह सिर्फ संक्रमण था। कोरोना नियंत्रण अभियान के राज्य नोडल अधिकारी सुभाष मिश्रा ने कहा कि कोरोना से मौत होने वाले मरीजों में अन्य बीमारी से पीडि़त होनाए टीकाकरण ना होनाए रोग प्रतिरोधक क्षमता बेहद कम होने से संक्रमण का प्रभाव अधिकए समय पर इलाज ना मिल पाना और इलाज में बरती गई लापरवाही को जैसे कारण को बताए हैं। ऐसे में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कोरोना से बढ़ते मौत के आंकड़ों पर जांच कर यह भी पता लगाने के निर्देश दिए हैं कि मौत की वजह इलाज में १लापरवाही तो नहीं हैं। विभाग में इसे लेकर खलबली मच गई है।

आयुर्वेद कालेज का कोविड अस्पताल बंद

राजधानी रायपुर में आयुर्वेद अस्पताल स्थित 300 बिस्तरों के कोविड अस्पताल को बंद कर दिया गया है। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक अस्पताल में कई दिनों से कोरोना के मरीज भर्ती ना होने व अस्पताल खाली होने की वजह से यह आदेश दिए दिया गया हैं। वर्तमान में माना अस्पताल और आंबेडकर अस्पताल में कोरोना मरीजों को भर्ती कराया जा रहा है। आयुर्वेद अस्पताल परिसर में स्थित इस अस्पताल में पहले की तरह सामान्य मरीजों यानी बच्चों का उपचार किया जाएगा।

80 फीसदी दूसरी बीमारी से ग्रस्त

80 फीसद दूसरी बीमारी से ग्रस्त आडिट रिपोर्ट में देखा गया है कि दूसरी लहर में कोरोना से जितनी भी मौतें हुईं हैं। उसमें 50 फीसद मरीजों की मौत का कारण सिर्फ संक्रमण ही था। अभी 15 से 20 फीसद तक ऐसे मामले हैं। अभी सामने आ रहे मौत के मामलों में 80 फीसद दूसरी बीमारी से ग्रस्त और पहले ही स्थिति काफी दयनीय रही है। कोरोना का कोई भी वैरिएंट हो अन्य बीमारी से पीडि़त व्यक्तियों पर इसका प्रभाव विपरित ही होगा। .डा ओपी सुंदरानी क्रिटिकल केयर विशेषज्ञ डा ् भीमराव आंबेडकर मेमोरियल अस्पताल

मौत की आशंका कम

कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रोन में मौत की आंशका कम बताई जा रही है। राज्य में कोरोना से मौत के मामले बढ़ रहे हैं तो यह भी देखने की आवश्यकता है कि इसके पीछे की वजह क्या है। संक्रमितों की मौत पर उनकी पाजिटिव रिपोर्ट की जांच जीनोम सिच्ेसिंग के लिए भी भेजा जा सकता है। ताकि किस वैरिएंट से मौत हुई हैए यह जानकारी मिल सके।

- डॉ. प्रशांत श्रीवास्तव

संयुक्त संचालक स्वास्थ्य विभाग


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