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स्कूलों में किचन शेड के नाम पर करोड़ों की गड़बड़ी

 सरगुजा संभाग के स्कूलों में किचन शेड बनाने के लिए सरकारी खजाने से दी गयी 12.54 करोड़ की राशि को ट्राइबल डिपार्टमेंट द्वारा गड़बड़ी करने का मामला सामने आया है

स्कूलों में किचन शेड के नाम पर करोड़ों की गड़बड़ी
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अंबिकापुर। सरगुजा संभाग के स्कूलों में किचन शेड बनाने के लिए सरकारी खजाने से दी गयी 12.54 करोड़ की राशि को ट्राइबल डिपार्टमेंट द्वारा गड़बड़ी करने का मामला सामने आया है।

सरकारी मुलाज़िमों ने इस गड़बड़ी को इतने बेखौफ तरीके से अंजाम दिया है कि अफसरों द्वारा जांच के आदेश देने के बावजूद जांच नहीं की जा रही है। हाल ही में इस मामले की शिकायत दोबारा संभाग आयुक्त से की गयीए तब उन्होंने जांच के आदेश फिर दिए हैं। मामला वर्ष 2008.09 का है।

अविभाजित सरगुजा संभाग के 19 विकासखंडों के 2091 स्कूलों में किचन शेड और स्टोर बनाने के लिए ट्राइबल विभाग ने सरकारी खजाने से 12 करोड़ 54 लाख 60 हज़ार रूपए निकाल लिएए लेकिन एक भी स्कूल में वैसा किचन शेड और स्टोर नहीं बनाए जैसा गाइड लाइन में तय किया गया था।

सरकारी रूपए को खर्च करने में ट्राइबल डिपार्टमेंट ने जल्दबाज़ी बहुत कीए और नियम.कायदों को भी बेखौफ होकर दरकिनार रखा। मामले का खुलासा तब हुआए जब सरगुजा के अधिवक्ता और त्ज्प् एक्टिविस्ट डीके सोनी ने त्ज्प् के तहत जानकारी निकाली।

अधिवक्ता सोनी की शिकायत पर पहले भी जांच के आदेश दिए गए थेए लेकिन कार्रवाई तो दूरए जांच ही नहीं की गयी। आरोपी अधिकारियों को बचने के पूरा मौका दिया जाता रहा।

इस राशि का आबंटन तब हुआ थाए जब यहाँ डॉण् कमलप्रीत कलेक्टर हुआ करते थे। फिलहाल इस मामले की जांच हुईए न कोई कार्रवाई। तबए अधिवक्ता सोनी ने संभाग आयुक्त से दोबारा शिकायत की हैए जिस पर संभाग आयुक्त ने जांच के आदेश दिए हैं।

घोटाले से जुड़े अहम बिन्दु
भारत सरकार द्वारा प्रस्तावित नक़्शे के अनुसार किचन सह स्टोर नहीं बनाया गए हैं। उपरोक्त कार्य तीन माह के अंदर पूरा करना थाए लेकिन बहुत से ऐसे स्कूल हैंए जहाँ आज भी पूरा नही हुआ। पहले से किचन शेड बने थे वहां पर फिर से दो तरफ दीवार कड़ी कर ऊपर शीट डाला गया है।

किसी भी किचन में स्टोर नहीं बनाया गया
जहाँ पर स्कूल चालू नही हुआ है औऱ स्कूल भवन बना भी नही हैए वहां भी किचन शेड बना दिया गया है। उदहारण. चिड़ापरा दरिमा। जितने भी किचन बने हैंए वे शाला भवन से लगाकर या दो भवनों के बीच में बना दिया गया हैए रोशनी हेतु जगह नही छोड़ी गई हैए जो कि नियम के विपरीत है।

रूपए बचाने के लिए ऐसा किया गया। उपरोक्त कार्य जन भागीदारी समिति की देख.रेख में नही कराया गया है। किचन शेड सह स्टोर निर्माण कार्य के घोटाले में क्या जिला स्तर के अधिकारी भी शामिल थेण् आदेश तत्कालीन कलेक्टर डॉण् कमलप्रीत सरगुजा द्वारा जारी किया गया थाए लेकिन जिले के एक भी अधिकारी ने कभी निर्माण की जांच.पड़ताल नहीं की इस सम्बन्ध में संभाग में उपायुक्त एपी शांडिल्य ने कहा है कि सहायक आयुक्तए ट्राइबल को जांच करने कहा गया है।

जांच रिपोर्ट मिलने के बाद दोषियों पर कार्रवाई की जायेगी। गौरतलब है कि़ 23 दिसंबर 2017 को भी संभाग आयुक्त अविनाश चम्पावत ने जांच के आदेश दिए थेए लेकिन ट्राइबल डिपार्टमेंट के अधिकारियों ने उस संभाग आयुक्त के उस आदेश को रद्दी की टोकरी में डाल कर बेखौफ बने रहे।

कुसमीण् सामरी क्षेत्र के ग्राम सेरंगदाग में जमीन पर सो रही एक महिला को आधी रात को जहरीले सांप ने डस लिया। पैर में दर्द का एहसाय होने पर वह उठ बैठी और टॉर्च जलाया तो कमरे में सांप था। वह जब चिल्लाने लगी तो सांप घर में ही एक बिल में घुस गया।

शोर सुनकर परिजन वहां पहुंचे और महिला के बताने के बाद गांव में ही झाडफ़ूंक कराने लगे। जब उसकी हालत बिगडऩे लगी तो कुसमी अस्पताल लेकर पहुंचे। यहां उपचार के दौरान महिला ने दम तोड़ दिया। परिजन का अंधविश्वास यही नहीं रूका और वे महिला की मौत होने के बावजूद उसके जिंदा होने की आस में झाडफ़ूंक कराने शव को शंकरगढ़ क्षेत्र में ले जाने की तैयारी करने लगे।

इस पर कुसमी थाना प्रभारी ने उन्हें समझाइश देकर कहा कि महिला की मौत हो चुकी हैए अब वह जिंदा नहीं हो सकती तब जाकर परिजन पीएम के लिए तैयार हुए। इधर घरवालों ने सांप को घर में ही कैद कर रखा था। महिला की मौत के बाद उन्होंने उसे भी मार डाला


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