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हरियाणा के कई हिस्सों में बा़ज़ार बंद,  दलित संगठन सड़कों पर उतरे

अनुसूचित जाति/जनजाति (एससी/एसटी) उत्पीड़न प्रतिरोधक कानून को कमजोर किये जाने के खिलाफ हरियाणा के कई हिस्सों में आज एक आेर बाजार बंद रहे,

हरियाणा के कई हिस्सों में बा़ज़ार बंद,  दलित संगठन सड़कों पर उतरे
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चंडीगढ़। अनुसूचित जाति/जनजाति (एससी/एसटी) उत्पीड़न प्रतिरोधक कानून को कमजोर किये जाने के खिलाफ हरियाणा के कई हिस्सों में आज एक आेर बाजार बंद रहे, दूसरी आेर कई दलित संगठनों और राजनीतिक पार्टियों के कार्यकर्ताओं ने सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन किया।
कानून एवं व्यवस्था बनाये रखने के लिए भारी पुलिस बल तैनात किया गया था।

सिरसा से मिली खबरों के अनुसार यहां दलित, पिछड़ा वर्ग व भीम सेना के कार्यकर्ताओं ने बाजारों में नरेंद्र मोदी सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए रोष मार्च निकाला।



प्रदर्शनकारियों ने सिरसा में रेलवे ट्रेक को रोक लिया।जिससे कुछ समय तक ट्रेनों का आवागमन ठप हो गया। बाद में पुलिस ने आकर रेलवे ट्रेक खाली करवाया जिसके बाद रेल सेवा बहाल हो पाई। इससे पूर्व कार्यकर्ता सिरसा के डॉ.भीमराव अम्बेडकर चौक पर एकत्रित हुए। यहां दलित नेता हंस राज ने कहा कि दलित एक्ट में बदलाव सरासर दलितों के हितोंं से कुठाराघात है।

छात्र नेता रेखा रानी ने कहा कि यह निर्णय मनुवादी सोच की सरकार की शह पर हुआ है। उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार रिव्यू पटीशन के नाम पर दलितों के ठंडे छींटे मार रही है।

कांगेस व इंडियन नेशनल लोकदल के इस बंद को समर्थन देने के कारण इन दलों के कई नेता भी इस रोष मार्च में शामिल हुए। बाद में अतिरिक्त उपायुक्त मुनीष नागपाल को देश के राष्ट्रपति के नाम एक ज्ञापन सौंपा।

उधर अंबाला से मिली खबरों के अनुसार अंबाला में दलित समुदाय ने शहर भर की सडको पर रोष मार्च निकाला व खुली दुकानों को बंद करवाने का काम किया।
अंबाला में दलित समुदाय के प्रदर्शन में अंबाला के मेयर रमेश भी शामिल हुए। प्रदर्शनकारियों ने यहां प्रधान मंत्री का पुतला फूंका।

जींद से मिली खबरों के अनुसार यहां हजारों लोग सड़को पर उतरे। प्रदर्शन के दौरान पुलिस द्वारा लाई गई रोडवेज बस को निशाना बनाया गया और उस पर पथराव कर शीशे तोड़ दिए गए। कहीं कहीं प्रदर्शनकारी जबरदस्ती दुकानें बंद करवाने लगे जिसकी वजह से स्थिति तनावपूर्ण बनी रही।

प्रदर्शनकारियों ने कई जगहो पर जाम भी लगाया। गोहाना रोड़ सड़कों पर लगे बीजेपी नेताओं के पोस्टर भी फाड़ डाले। हजारों महिलाओं व पुरूषों के सड़को पर उतरने से शहर में करीब चार घंटे अफरा-तफरी को माहौल रहा। इस दौरान शहर में बाजार पूरी तरह से बंद रहा। जिला प्रशासन ने एहतियात के तौर पर वाहनों को डायवर्ट किया था व करीब दो घंटे रोड़वेज की बसें भी बंद रही। प्रर्दशन के दौरान शहर में बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया था। नरवाना, सफीदों उचाना,जुलाना में भी बड़ी संक्ष्या में दलितो ने प्रर्दशन किया।


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