उत्तराखंड के कई जिलों में भारी बारिश से नदियों का जल स्तर बड़ा, सड़कें अवरुद्व
उत्तराखंड के कई जिलों में रुक-रुक कर हो रही बारिश से सड़कों पर आए मलवे के कारण विभिन्न मार्ग अवरुद्ध हो गये हैं, जबकि नदियों में जल स्तर बढ़ गया

देहरादून । उत्तराखंड के कई जिलों में रुक-रुक कर हो रही बारिश से सड़कों पर आए मलवे के कारण विभिन्न मार्ग अवरुद्ध हो गये हैं, जबकि नदियों में जल स्तर बढ़ गया है। टौंस नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है।
मौसम विभाग की चेतावनी के अनुरूप, सोमवार देर रात से राज्य के देहरादून, पिथौरागढ़, चम्पावत, चमोली, नैनीताल, हरिद्वार में रुक-रुक कर हल्की से भारी वर्षा हो रही है। देहरादून में रात्रि लगभग एक बजे से बारिश जारी है। इस कारण, इच्छाडी बांध पर टौंस नदी का जल स्तर खतरे के निशान से मात्र मीटर नीचे है, जबकि डाकपत्थर में यमुना नदी खतरे के निशान 455.37 मीटर पर पहुंच गई है। जल स्तर अधिक होते ही बैराज से पानी छोड़ दिया जाएगा। इससे पूर्व सायरन बजाकर अलर्ट किया जाएगा। जिले में भारी बारिश के कारण चार ग्रामीण मार्ग अवरुद्व हैं।
राज्य आपदा परिचालन केंद्र से मिली जानकारी के अनुसार, रुद्रप्रयाग जिले में अलकनन्दा और मन्दाकिनी नदी का जल स्तर अभी खतरे के निशान से नीचे बह रहा है। बारिश लगातार जारी है। जबकि टिहरी में एक ग्रामीण मार्ग अवरुद्व है। हरिद्वार में 25 मिमी वर्षा हुई और गंगा खतरे के निशान से अभी तीन मीटर नीचे बह रही है। पौड़ी जिले के लैंसडाउन में 26 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई है। जिले के 19 मोटर मार्ग अभी तक अवरुद्ध है।
सूत्रों के अनुसार, उत्तरकाशी जिले में ऋषिकेश-यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 94 जानकी चट्टी तक और गंगोत्री राजमार्ग 108 छोटे, बड़े सभी वाहनों के लिये गंगोत्री तक खुला है। पूरे जिले में बारिश हो रही है। नदियों का जल स्तर यहां भी तेजी से बढ़ रहा है। चमोली में हल्की वर्षा हो रही है, जबकि एक मोटर मार्ग यातायात के लिये बन्द है।
अल्मोड़ा में एक और चम्पावत में चार मार्ग अवरुद्व हैं। दोनों जिलों में वर्षा हल्की से मध्यम हो रही है। चम्पावत में टनकपुर-घाट राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-09 टिफिन टॉप में मलवा, पत्थर आ जाने के कारण अवरुद्व है। बागेश्वर में दो सड़क मार्ग बंद हैं। पिथौरागढ़ में कैलाश मानसरोवर यात्रियों के कुल पांच दल मौजूद हैं, जो सभी सुरक्षित हैं। जिले में पांच विभिन्न मार्ग अवरुद्ध हैं।


