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केरल में बांधों के जलद्वार अंधाधुंध तरीके से खोलने की न्यायिक जांच हो: कांग्रेस

कांग्रेस की केरल इकाई के अध्यक्ष एम.एम. हुसैन ने गुरुवार को कहा कि 'राज्य भर के बांधों के जलद्वार अंधाधुंध तरीके से खोलने के कारण राज्य में विनाशकारी बाढ़ आई'

केरल में बांधों के जलद्वार अंधाधुंध तरीके से खोलने की न्यायिक जांच हो: कांग्रेस
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कोट्टायम। कांग्रेस की केरल इकाई के अध्यक्ष एम.एम. हुसैन ने गुरुवार को कहा कि 'राज्य भर के बांधों के जलद्वार अंधाधुंध तरीके से खोलने के कारण राज्य में विनाशकारी बाढ़ आई'। उन्होंने इस मामले की न्यायिक जांच की मांग की। कांग्रेस नेता रमेश चेन्निथला ने बुधवार को केरल सरकार पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया था और कहा था कि सदी की सबसे विनाशकारी बाढ़ मानव जनित थी।

हसन ने कहा, "चेन्निथला केवल यह कहने का प्रयास कर रहे थे कि भविष्य में इसके लिए उचित प्रबंधन नीति होनी चाहिए। अब राज्य के लोग भी कह रहे हैं कि बांध के जल के लिए उचित प्रबंधन नहीं था। इसलिए सरकार को न्यायिक जांच का आदेश देना चाहिए।"

केरल में 82 बांध हैं, जिसमें से 42 बड़े बांध हैं।

कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक और इडुक्की से पूर्व लोकसभा सांसद पी.टी. थॉमस ने कहा कि ऊर्जा मंत्री एम. एम. मणि की बिजली पैदा कर उसे बेचने की लालच इस त्रासदी के लिए जिम्मेदार है।

थॉमस ने कहा, "जब इडुक्की के बांध पूरे भरे हुए थे तो वह अपनी बड़ाई का आनंद उठा रहे थे..उन्हें उचित बांध जल प्रबंधन रणनीति के साथ आना चाहिए था लेकिन उन्होंने कुछ नहीं किया।"

मणि ने इन आरोपों को निराधार बताकर खारिज कर दिया। उन्होंने कहा, "मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में हुई बैठक सहित विभिन्न स्तरों पर योजना और चर्चा के कई दौर हुए थे, जिसमें सभी पहलुओं पर चर्चा की गई थी। हमने अलर्ट जारी किए और जो बन पड़ सकता था, सभी किया।"


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