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कोरोना काल में भाजपा एवं कांग्रेस ने एक दूसरे के सांसदों की भूमिका पर उठाए सवाल

कोरोना संक्रमण की भयावह स्थिति से जूझ रहे छत्तीसगढ़ में सत्तारूढ़ कांग्रेस एवं मुख्य विपक्षी दल भाजपा में जमकर राजनीतिक आरोप प्रत्यारोप जारी है

कोरोना काल में भाजपा एवं कांग्रेस ने एक दूसरे के सांसदों की भूमिका पर उठाए सवाल
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रायपुर। कोरोना संक्रमण की भयावह स्थिति से जूझ रहे छत्तीसगढ़ में सत्तारूढ़ कांग्रेस एवं मुख्य विपक्षी दल भाजपा में जमकर राजनीतिक आरोप प्रत्यारोप जारी है। दोनो ही पार्टियों ने कोरोना की भयावह स्थिति के दौरान एक दूसरे के सांसदों की भूमिका पर सवाल उठाते हुए उन्हे अपने दायित्वों का निर्वहन नही करने का आरोप लगाया है।

छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता घनश्याम राजू तिवारी ने कहा कि कोरोना संक्रमण से उत्पन्न स्थिति में सभी नागरिक अपने जनप्रतिनिधियों से उम्मीदें लगाएं बैठे हैं, मगर भाजपा के छत्तीसगढ़ के नौ लोकसभा तथा दो राज्यसभा के सांसदों ने राज्य की जनता के लिए कोरोना संक्रमण के इस विकराल विपदा में कोई मदद नहीं की, यहां तक सांसद निधि के रुपयों को प्रधानमंत्री राहत कोष में जमा किया।

उन्होने कहा कि छत्तीसगढ़ की जनता ने भारतीय जनता पार्टी को 11 सांसद दिए उनकी नैतिक जिम्मेदारी बनती है कि वह अपने मतदाताओं का इस संकटकाल और आपदा में मदद करें लेकिन ऐसा हुआ नहीं।लगभग दो दशक से छत्तीसगढ़ की जनता ने लोकसभा में एक तिहाई से ऊपर भाजपा के सांसदों को अवसर दिया है मगर इन 20 वर्षों में केंद्र की कोई बड़ी स्वास्थ्य योजनाओं का लाभ राज्य की जनता को प्राप्त नहीं हुआ।

भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व विधायक श्रीचन्द सुन्दरनी ने इस पर पलटवार करते हुए कांग्रेसियों से पूछा है कि कोरोना के इस दूसरे आपदा काल में कांग्रेस के चारों सांसद कहां लापता है। कांग्रेसी भाजपा सांसदों की कार्यप्रणाली पर सवाल उठा रहे हैं परंतु क्या उन्होंने पूछा है सोनिया गांधी के निर्देश के बाद और प्रदेश कांग्रेस द्वारा तय किए जाने के बाद भी कांग्रेस के सांसद के टी तुलसी, दीपक बैज, छाया वर्मा एवं ज्योत्सना महंत ने प्रदेश की जनता के लिए क्या किया।

श्री सुंदरानी ने कहा कि बस्तर सांसद दीपक बैज इस आपदा काल मे असम के प्रत्याशियों की मेहमान नवाजी में लगे हुए हैं। केटी तुलसी से तो ऐसे भी कोई उम्मीद नहीं है ,क्योंकि वह तो छत्तीसगढ़ के ही नहीं है।राज्यसभा सांसद छाया वर्मा व कोरबा सांसद ज्योत्सना महंत ने छत्तीसगढ़ के कोरोना पीड़ितों के लिए कोई प्रयास नहीं किया है एवं संवेदना के एक बयान तक उनकी ओर से जारी नहीं हुए।

उन्होंने कहा कि रायपुर सांसद सुनील सोनी एवं भाजपा सांसदों के अथक प्रयासों से केंद्र सरकार से मिले वेंटीलेटर का बहुत समय तक राज्य उपयोग भी नहीं कर पाई।इस कोरोना के दूसरी लहर से निपटने के लिए भाजपा सांसद सुनील सोनी ने 40 लाख रुपए, राजनांदगांव सांसद संतोष पांडे ने 21 लाख रुपए, बिलासपुर सांसद अरुण साव ने 36 लाख रुपए सांसद निधि से छत्तीसगढ़ के लिए प्रदान किया। छत्तीसगढ़ के भाजपा सांसदों के प्रयास से छत्तीसगढ़ में लगातार कोरोना वैक्सीन की आपूर्ति निर्बाध जारी है।उन्होने कांग्रेसियों से बयानबाजी छोड़कर लापता कांग्रेसी सांसदों के खोज करने की सलाह दी है।


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