छत्तीसगढ़ में महिलाएं अपनों से सुरक्षित नही, 1213 की आबरू अपनों ने लूटी, 97 परिवार वाले भी शामिल
छत्तीसगढ़ की महिलाओं को गैरों से कम और अपनों से ज्यादा खतरा है ऐसा हम इसलिए कह रहे है क्योंकि छत्तीसगढ़ में 1213 रेप पीड़िताएं ऐसी हैं जिनके साथ अपनों ने ही दुष्कर्म किया इसमें दोस्त, परिचित, पड़ोसी, सहकर्मी, ऑन लाईन दोस्ती वाले फ्रेंड समेत अन्य अपने शामिल है,

रायपुर। छत्तीसगढ़ की महिलाओं को गैरों से कम और अपनों से ज्यादा खतरा है ऐसा हम इसलिए कह रहे है क्योंकि छत्तीसगढ़ में 1213 रेप पीड़िताएं ऐसी हैं जिनके साथ अपनों ने ही दुष्कर्म किया इसमें दोस्त, परिचित, पड़ोसी, सहकर्मी, ऑन लाईन दोस्ती वाले फ्रेंड समेत अन्य अपने शामिल है,
इसमें 97 पीड़िताएं ऐसी है जिसकी आबरू परिवार वालों ने ही लूटी ये आंकड़े नेशनल क्राइम रिकार्ड ब्यूरो के है एनसीआरबी 2022 की रिपोर्ट कहती है कि छत्तीसगढ़ में कुल 1246 पीड़िताओं के साथ दुष्कर्म हुआ इसमें 1213 पीड़िताएं ऐसी है जिनके साथ दुष्कर्म पीड़िता के जान.पहचान वालों ने किया इसमें 97 पीड़िताओं के साथ परिवार के सदस्य ने ही दुष्कर्म किया है
दोस्तों से भी सुरक्षित नहीं महिलाएं
छत्तीसगढ़ में दोस्तों से भी महिलाएं सुरक्षित नहीं है यहां 724 ऐसी पीड़िताएं है जिनके साथ ऑन लाईन दोस्ती करने वाले दोस्त दोस्त लीव इन पार्टर या तलाक ले चुके व्यक्ति ने दुष्कर्म किया 392 महिलाओं को पड़ोसी और फैमली फ्रेंड ने बनाया अपनी हवस का शिकार बनाया एनसीआरबी 2022 के मुताबिक 33 केस ऐसे हैं जिसमें पीड़िताएं आरोपी को नहीं जाती है


