Top
Begin typing your search above and press return to search.

ऑस्ट्रेलिया में मुझे करना पड़ा था नस्लवाद जैसी चुनौतियों का सामना: उस्मान ख्वाजा

आस्ट्रेलियाई बल्लेबाज उस्मान ख्वाजा ने खुलासा किया है कि आस्ट्रेलिया में बसने के बाद शुरूआती दिनों में नस्लवाद से लेकर उन्हें कई तरह की चुनौतियों का सामना करना पड़ा था

ऑस्ट्रेलिया में मुझे करना पड़ा था नस्लवाद जैसी चुनौतियों का सामना: उस्मान ख्वाजा
X

सिडनी। आस्ट्रेलियाई बल्लेबाज उस्मान ख्वाजा ने खुलासा किया है कि आस्ट्रेलिया में बसने के बाद शुरूआती दिनों में नस्लवाद से लेकर उन्हें कई तरह की चुनौतियों का सामना करना पड़ा था।

ख्वाजा का परिवार पाकिस्तान से आस्ट्रेलिया में बसा था। ख्वाजा ने क्रिकइंफो से कहा, " जब मैं आस्ट्रेलिया में बड़ा हो रहा था तब मुझसे कई बार कहा गया था कि मैं आस्ट्रेलिया के लिए कभी नहीं खेल पाउंगा। मुझसे कहा जाता था कि मेरी चमड़ी का रंग सही नहीं है। मुझसे कहा जाता था कि मैं टीम में चुने जाने के लिए फिट नहीं हूं और वे मुझे नहीं चुनेंगे। उस समय की मानसिकता ही ऐसी थी। हालांकि अब यह बदलने लगी है।"

34 साल के ख्वाजा ने आस्ट्रेलिया के लिए अब तक 44 टेस्ट मैचों में करीब 2900 रन बनाए हैं। ख्वाजा जब छोटे थे तो उस समय उनका परिवार पाकिस्तान से आस्ट्रेलिया आकर बस गया था। ख्वाजा ने सिडनी में 2011 एशेज टेस्ट में आस्ट्रेलिया की ओर से पदार्पण किया था।

उन्होंने कहा, " अब स्थिति काफी बेहतर हुई है। मैं राज्य स्तर पर बहुत सारे ऐसे क्रिकेटरों को देख रहा हूं, विशेष रूप से उपमहाद्वीप की पृष्ठभूमि वालो को, जो आस्ट्रेलिया में खेल रहे हैं। जब मैंने खेलना शुरू किया था तब वास्तव में ऐसा नहीं था। जब मैं घरेलू क्रिकेट खेल रहा था और मैं वहां इकलौता उपमहाद्वीप का खिलाड़ी था। इस समय शायद मेरे साथ कुछ अन्य खिलाड़ी हैं।"

आस्ट्रेलिया के लिए 40 वनडे में करीब 1500 रन बनाने वाले बल्लेबाज ने कहा कि विविधता के मामले में उनकी टीम इंग्लैंड की टीम से सीख ले सकती है।

ख्वाजा ने कहा, " हमें अभी भी काफी लंबा रास्ता तय करना है और मैं इंग्लैंड की टीम को देखता हूं तो उनके पास लंबे समय से विविधता है। वे हमसे पुराने देश हैं, लेकिन मैं उस विविधता को देख सकता हूं और सोच सकता हूं कि शायद यही वह जगह है, जहां आस्ट्रेलिया को पहुंचने की जरूरत है।"


Next Story

Related Stories

All Rights Reserved. Copyright @2019
Share it