राजधानी दिल्ली की हवा की गुणवत्ता में हुआ सुधार
राष्ट्रीय राजधानी की हवा की गुणवत्ता में मंगलवार को सुधार हुआ

नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी की हवा की गुणवत्ता में मंगलवार को सुधार हुआ है। अब हवा की गुणवत्ता बेहतर होकर 'मध्यम' श्रेणी में आ गई है, लेकिन आने वाले दिनों में खनिज वाली धूल के कारण इसके फिर से खराब होने की संभावना है। दिल्ली का एयर क्वोलिटी इंडेक्स दोपहर में 165 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर रहा। एक्यूआई का 0-5 की सीमा के अंदर अच्छा, 51 से 100 के बीच रहना संतोषजनक, 101 से 200 के बीच रहना मध्यम, 201 से 300 के बीच रहना बहुत खराब और 401 से 500 के बीच रहना गंभीर माना जाता है।
वायु प्रदूषण में आई भारी गिरावट ने राष्ट्रीय राजधानी के निवासियों को राहत दी है। 27 फरवरी को शहर में 211 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर के साथ हवा की खराब गुणवत्ता दर्ज की गई थी।
पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फोरकास्टिंग एंड रिसर्च ने कहा, "सतही हवाएं ऊंची हैं और अगले 24 घंटों तक उनके ऊंचे रहने का अनुमान है। यह बेहतर वेंटिलेशन हवा की गुणवत्ता पर सकारात्मक असर डाल रहा है।"
वहीं सफर के अधिकारियों ने कहा है कि सर्दियों का समय खत्म होता दिख रहा है। लिहाजा अब दिल्ली की हवा खनिज धूल से प्रभावित होने लगेगी। इससे 4 और 5 मार्च को गुणवत्ता में मामूली गिरावट होने का अनुमान है।
अधिकारियों ने संवेदनशील लोगों को सलाह दी है कि वे ज्यादा देर तक बाहर रहने से बचें और खांसी या सांस लेने में तकलीफ होने जैसे लक्षण होने पर डॉक्टर से संपर्क करें। बता दें कि दिल्ली के पड़ोसी क्षेत्र - फरीदाबाद, नोएडा, गुरुग्राम, ग्रेटर नोएडा, गाजियाबाद में भी हवा की गुणवत्ता मध्यम श्रेणी में दर्ज की गई है।


