मजदूरी भुगतान की स्थिति सुधरी
बजट सेशन के दूसरे दिन नेता प्रतिपक्ष छ.ग. विधानसभा श्री टी.एस.सिंह देव, कार्यक्रम स्थल राष्ट्रीय युवा केन्द्र नई दिल्ली पहुंचे ......

अम्बिकापुर। नई दिल्ली में आयोजित माय पार्लियामेंट के बजट सेशन में नेता प्रतिपक्ष टी.एस.सिंह देव गेस्ट स्पीकर के रूप में उपस्थित हुए, यूथ पार्लियामेंट का आयोजन करने वाली संस्था ने माय पार्लियामेंट के युवाओं को महात्मा गांधी राष्ट्रीय रोजगार गारण्टी योजना की जमीनी हकिकत एवं विभिन्न पहलुओं पर चर्चा करने हेतु आमंत्रित किया गया।
बजट सेशन के दूसरे दिन नेता प्रतिपक्ष छ.ग. विधानसभा श्री टी.एस.सिंह देव, कार्यक्रम स्थल राष्ट्रीय युवा केन्द्र नई दिल्ली पहुंचे जहां पर माय पार्लियामेंट के मनोनित प्रधानमंत्री एवं नेता प्रतिपक्ष ने उनका स्वागत किया तथा कार्यक्रम को प्रारंभ किया गया। इस दौरान नेता प्रतिपक्ष टी.एस.सिंह देव ने छ.ग., मनरेगा एवं अन्य विषयों पर अपने विचार रखें। कार्यक्रम कि शुरूआत करते हुए माय पार्लियामेंट के चेयरमैन राघव गर्ग ने मनरेगा के प्रमुख पहलुओं पर नेता प्रतिपक्ष टी.एस.सिंह देव से चर्चा की।
नेता प्रतिपक्ष टी.एस.सिंह देव ने चर्चा के दौरान बताया कि कैसे ग्राम पंचायत स्तर पर महात्मा गांधी राष्ट्रीय रोजगार गारण्टी अधिनियम के लागू होने के बाद लोगों को अधिक से अधिक संख्या में गांव में ही रोजगार मुहैया हुए। नेता प्रतिपक्ष टी.एस.सिंह देव ने मास्टर रोल एवं मजदूरी भुगतान को लेकर माय पार्लियामेंट के युवा सांसदों द्वारा किये गये सवाल पर कहा कि धिरे-धिरे स्थिति को सुधारा जा रहा है, पहले कई स्थानों पर ऐसा होता था कि एक ही व्यक्ति बैठ कर अपने हाथ के दसों अंगुलियों के निशान लगाकर मास्टर रोल बना लेता था और मजदूर को जानकारी नहीं होती थी, किन्तु बैंक से मजदूरी भुगतान एवं अब आधार लिंकअप से स्थिति में काफी सुधार आयी है, किन्तु अभी भी लुप है, जिसे सुधारने का प्रयास करना चाहिए और यह तभी हो सकेगा जब आप जैसे युवा सरकार के नियमों और कानूनों को धरातल पर सही तरिके से लागू कराने लोगों को जागरूक करें। युवाओं के सवाल का जवाब देते हुए नेता प्रतिपक्ष टी.एस.सिंह देव ने कहा कि देश में मनरेगा के लागू होने के बाद स्थिति में काफी परिवर्तन आया लोगों के खरीदने की क्षमता बढ़ी कारण यह रहा कि लोगों के हाथों में पैसा बढ़ा, जिसके कारण विश्व स्तर पर देश की आर्थिक स्थिति मजबूत हुई और इस योजना को विश्व भर में सराहा गया।


