जम्मू-कश्मीर में देश की एकता की बात करने वाले कैद में : माकपा
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी(माकपा) नेता यूनुस तारिगामी ने बुधवार को केन्द्र सरकार की कड़ी आलोचना करते हुये कहा कि जम्मू-कश्मीर में जो लोग देश की एकता की बात करते हैं

नई दिल्ली। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी(माकपा) नेता यूनुस तारिगामी ने बुधवार को केन्द्र सरकार की कड़ी आलोचना करते हुये कहा कि जम्मू-कश्मीर में जो लोग देश की एकता की बात करते हैं उन्हें राज्य में कैद में रखा जा रहा है ।
श्री तारिगामी ने पार्टी महासचिव सीतारात येचुरी के साथ यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि सरकार को जम्मू-कश्मीर को केन्द्रीय जेल अधिसूचित करना चाहिये । उन्होंने कश्मीर के कई बड़े नेताओं को कैद रखने का हवाला देते हुए बुधवार को कहा कि सरकार क्यों नहीं राज्य को केंद्रीय जेल के रूप में अधिसूचित कर देती। कश्मीर में सरकार के दमनकारी रवैये को देखते हुए पूरे राज्य को केंद्रीय जेल में तब्दील क्यों नहीं किया जाए। ऐसा करने से न तो जनसुरक्षा क़ानून (पीएसए) लगाना पड़ेगा और न ही अन्य दमनकारी क़ानूनों का सरकार को सहारा लेना पड़ेगा।
श्री येचुरी ने जम्मू-कश्मीर गए विदेशी राजनयिकों के प्रतिनिधिमंडल पर सवाल उठाते हुए कहा कि उस तरह की क़वायद का कोई फ़ायदा नहीं है, क्योंकि जम्मू-कश्मीर में पिछले साल अगस्त को अनुच्छेद 370 हटने के बाद आज भी हालात नहीं सुधरे हैं।
श्री तारिगामी ने कहा कि सरकार को वहां विधानसभा का चुनाव कराना चाहिये ताकि लोग अपना प्रतिनिधि चुन सकें। उन्होंने राज्य के नेताओं की गिरफ्तारी की कड़ी निन्दा की ।


