किसानों की अहम बैठक आज, सरकार के प्रस्ताव पर होगा आखिरी फैसला
आज शनिवार को किसान आंदोलन का 31वां दिन है

नई दिल्ली। आज शनिवार को किसान आंदोलन का 31वां दिन है। जी हां लगातार एक महीने से किसान राजधानी दिल्ली की सड़कों पर केंद्र सरकार द्वारा लाए गए तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। केंद्र सरकार लगातार किसानों को बातचीत का प्रस्ताव दे रही है लेकिन किसान अपनी मांग पर अड़े हुए हैं और इस प्रस्ताव को खारिज कर रहे हैं। अब आज का दिन इस आंदोलन के लिए काफी अहम माना जा रहा है क्योंकि आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के द्वारा दिए गए वार्ता के प्रस्ताव पर किसान आखिरी फैसला लेंगे।
दरअसल केंद्र सरकार ने किसानों को तर्कसंगत बातचीत का प्रस्ताव दिया था जिसको किसानों ने ठुकरा दिया था। अब कल पीएम मोदी ने 9 करोड़ से अधिक किसान परिवारों को पीएम-किसान की अगली किस्त जारी की और साथ ही किसानों के माध्यम से आंदोलन कर रहे किसानों को भी वार्ता का प्रस्ताव दिया था। पीएम मोदी ने कहा था कि वार्ता से ही इस समस्या का समाधान निकलेगा और हम तर्कपूर्ण बात करने के लिए तैयार है। पीएम मोदी ने इशारों-इशारों में ही किसानों को बातचीत का प्रस्ताव दिया था। अब आज शनिवार को किसान पीएम के इस प्रस्ताव पर अपना आखिरी फैसला लेंगे।
बता दें कि किसान संगठनों में से कुछ ने संकेत दिया कि वे मौजूदा गतिरोध का हल खोजने के लिए केंद्र सरकार के साथ बातचीत फिर से शुरू करने का फैसला कर सकते हैं। किसान संगठनों ने कहा कि शनिवार यानी की आज उनकी एक और बैठक होगी, जिसमें ठहरी हुई बातचीत को फिर से शुरू करने के लिए केंद्र के न्यौते पर कोई औपचारिक फैसला किया जाएगा। अब किसानों की इस बैठक पर सभी भी निगाहें लगी हुई हैं क्योंकि इस बैठक में ही लगातार एक महीनें से राजधानी में चल रहे इस किसान आंदोलन का भविष्य तय होगा।


