Top
Begin typing your search above and press return to search.

संविधान की उद्देशिका का वाचन कर बताया महत्व

हम सब संविधान से ही शासित होते हैं एवं न्यायपालिका से जुड़े होने के नाते इस दिन का हम सबके लिए विशेष महत्व है

संविधान की उद्देशिका का वाचन कर बताया महत्व
X

बेमेतरा। सोमवार को जिला न्यायालय में अधिवक्ता संघ के कक्ष में जिला एवं सत्र न्यायाधीश आनंद कुमार सिंघल ने संविधान दिवस के अवसर पर अधिवक्तागण एवं न्यायिक अधिकारियों को संविधान की उद्देशिका का वाचन कर उसके महत्व के बारे में भी अवगत कराया ।

इस संबंध में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव व्यवहार न्यायाधीश वर्ग-1 के. पी. सिंह भदौरिया ने बताया कि संविधान दिवस 26 नवंबर के अवसर पर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, जिला अधिवक्ता संघ एवं विधिज्ञ परिषद के द्वारा संयुक्त रूप से कार्यक्रम आयोजित कर विचार रखे गये। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष जिला न्यायाधीश श्री सिंघल के द्वारा संविधान की उद्देशिका के महत्व के बारे में सभी को अवगत कराते हुए कहा कि इसके प्रत्येक शब्द का बड़ा महत्व है, उद्देशिका संविधान की आत्मा है।

हम सब संविधान से ही शासित होते हैं एवं न्यायपालिका से जुड़े होने के नाते इस दिन का हम सबके लिए विशेष महत्व है। उन्होंने समाज के अंतिम छोर पर रह रहे व्यक्ति को भी समान रुप से उसके विधिक अधिकारों व विधिक सहायता की उपलब्धता की जानकारी सुनिश्चित किए जाने की आवश्यकता पर जोर दिया। कार्यक्रम में सेवा निवृत्त जिला न्यायाधीश आर.के. राठी, वरिष्ठ अधिवक्ता ए.व्ही. गोवर्धन, रामानुज शर्मा ने भी अपने विचार व्यक्त करते हुए अधिवक्ता व न्यायाधीशगण का संविधान का न्यायिक परिवार से जुड़े होने से विशेष महत्व व भूमिका होने पर जोर दिया। न्यायाधीश कु. अम्बा शाह ने सभी अधिवक्ता व न्यायाधीश के साथ संविधान की उद्देशिका का भी वाचन किया। अधिवक्ता संघ के उपाध्यक्ष विनय किशोर ने कार्यक्रम के अंत में आभार प्रदर्शन किया।


Next Story

Related Stories

All Rights Reserved. Copyright @2019
Share it