केरल बाढ़ राहत में आईएमए ने बढ़ाया मदद का हाथ
केरल में भयानक बाढ़ के बाद इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) ने बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए हाथ बढ़ाया है

नई दिल्ली। केरल में भयानक बाढ़ के बाद इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) ने बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए हाथ बढ़ाया है। संस्था अबतक राज्य को एक करोड़ रुपये से अधिक की मदद कर चुकी है। संस्था की तरफ से यहां जारी बयान के अनुसार, आईएमए के पूर्व अध्यक्ष डॉ. विनय अग्रवाल के नेतृत्व में एक राष्ट्रीय समन्वय समिति का गठन किया गया है, और आईएमए के अध्यक्ष डॉ. रवि वानखेडकर के द्वारा बचाव और राहत कार्यो की व्यक्तिगत रूप से निगरानी की जा रही है।
बयान में वानखेडकर ने कहा है, "समिति का ध्यान बाढ़ वाले क्षेत्रों से बचाए गए लोगों को तत्काल चिकित्सा सहायता प्रदान करने पर है। इस उद्देश्य के लिए चिकित्सा कर्मियों के साथ 500 से अधिक बचाव शिविर तैनात किए गए हैं और बाढ़ प्रभावित लोगों को नि:शुल्क परामर्श सेवाएं प्रदान करने के लिए सभी निजी अस्पतालों को निर्देश दिया गया है। पूरे राज्य में नि:शुल्क एम्बुलेंस सेवा की व्यवस्था की गई है और 50 लाख रुपये से अधिक की दवाएं वितरित की गई हैं।"
बयान के अनुसार, सरकारी एजेंसियों के साथ मिलकर आईएमए स्टेट रिसर्च सेल, लोगों के स्वास्थ्य पर बाढ़ के प्रभाव और इसे प्रबंधित करने के संभावित मार्गों पर एक दस्तावेज तैयार कर रहा है, जिसे सितंबर के पहले सप्ताह तक अंतिम रूप दे दिया जाएगा।
बयान में डॉ. अग्रवाल ने कहा है, "हमें लगता है कि बचाव कार्य जल्द ही पूरा हो जाएगा और अगला ध्यान राहत और पुनर्वास पर होगा। चिकित्सा सहायता प्रदान करने के लिए सबसे महत्वपूर्ण कार्य के तौर पर 1800 से अधिक बचाव शिविरों में लोगों को संगठित किया जाएगा और एम्बुलेंस नेटवर्क अपनी नि: शुल्क सेवाएं प्रदान करेगा। 1000 से अधिक चिकित्सा छात्रों ने चिकित्सा सेवाओं में स्वैच्छिक रूप से अपनी सेवा प्रदान की है।"
इसके अलावा समिति ने अपने रोकथाम अभियानों के माध्यम से संक्रामक बीमारियों के खतरे को कम करने के लिए सुरक्षित पेयजल, हाथों की उचित स्वच्छता और कचरे के प्रबंधन को सुनिश्चित किया है।


