बीमारी मजहब देखकर नहीं आती, धर्मगुरू करें सहयोग : योगी
तबलीगी जमात के सदस्यों के बड़ी संख्या में कोरोना संक्रमित पाये जाने से चिंतित उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी ने रविवार को कोरोना के खिलाफ जंग में सभी समुदायों के धर्मगुरूओं से सहयोग की अपील की

लखनऊ। तबलीगी जमात के सदस्यों के बड़ी संख्या में कोरोना संक्रमित पाये जाने से चिंतित उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को कोरोना के खिलाफ जंग में सभी समुदायों के धर्मगुरूओं से सहयोग की अपील की और कहा कि बीमारी मत, मजहब देखकर नहीं आती है।
श्री योगी ने अपने सरकारी आवास पर वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के जरिये सभी जिलों के धर्मगुरुओं से अपने समुदाय के लोगों को कोरोना से निपटने के लिए सोशल डिस्टेंसिंग का पूरी तरह पालन करने के लिये जागरूक करने को कहा। उन्होंने कोरोना के सम्बन्ध में फेक न्यूज फैलाने वालों से बचने के लिए लोगों को जागरूक करने की भी अपील की।
उन्होने कहा कि कोरोना से निपटने में सोशल डिस्टेंसिंग, संदिग्ध मरीज को क्वाॅरण्टीन और आइसोलेट करना तथा टेस्टिंग होने के बाद मर्ज की पुष्टि होने पर प्रभावी इलाज अत्यन्त महत्वपूर्ण है। इसमें किसी प्रकार की भी लापरवाही सबके लिए घातक साबित हो सकती है। इसलिये धर्मगुरू अपने-अपने धर्माें के अनुयायियों से लाॅकडाउन का कड़ाई से पालन करने को कहें। वे यह भी अपील करें कि लोग प्रशासन और पुलिस का पूरा सहयोग करें।
श्री योगी ने कहा कि संकट की इस घड़ी में सरकार प्रदेश की जनता के साथ खड़ी है। उन्होंने धर्मगुरुओं से अपने सुझावों से शासन-प्रशासन को लिखकर बताने के लिये कहा। उन्होंने कहा कि प्रशासन से तालमेल बनाते हुए सभी धर्मगुरू अपने-अपने समुदाय में जागरूकता फैलाएं, ताकि कहीं भी भ्रम की स्थिति न बने।
उन्होने कहा कि लाॅकडाउन को सफल बनाने के लिए सभी तैयारियां की गई हैं। सरकार ने सभी प्रकार के आयोजनों को स्थगित कर दिया गया था। सभी धर्मगुरुओं ने किसी प्रकार के आयोजन को न करने की अपील को पूरी तरह माना, जिसके लिए उन सभी की प्रशंसा की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि बीमारी मत, मजहब देखकर नहीं आती है। पूरे देश में लाॅकडाउन को लागू किए जाने से भारत की स्थिति अन्य देशों की तुलना में फिर भी अच्छी है।


