झांसी रेलवे स्टेशनों पर अवैध वेंडिंग का कारोबार बदस्तूर जारी
रेल मंत्रालय और रेलवे बोर्ड के यात्रियों को ट्रेनों और स्टेशनों पर सस्ता ,शुद्ध और साफ खाना मुहैया कराये जाने के तमाम वादों का मखौल उडाते हुए उत्तर प्रदेश के झांसी रेलवे स्टेशनों पर अवैध वेंडिंग का का

झांसी । रेल मंत्रालय और रेलवे बोर्ड के यात्रियों को ट्रेनों और स्टेशनों पर सस्ता ,शुद्ध और साफ खाना मुहैया कराये जाने के तमाम वादों का मखौल उडाते हुए उत्तर प्रदेश के झांसी रेलवे स्टेशनों पर अवैध वेंडिंग का कारोबार बदस्तूर जारी है।
कई यात्रियों ने बताया कि पचास रूपये का खाना 90 रूपये में बेचा जा रहा है। स्टेशनों और ट्रेनों में रेलनीर की जगह सस्ते ब्रांड के पानी की बोतल बीस -बीस रूपये में बेची जा रही है। जबरदस्त गर्मी के इस मौसम में अवैध वैंडरों की इस मनमानी को बर्दाश्त करने के अलावा यात्रियों के पास कोई और चारा नहीं है। गर्मी के मौसम में स्टेशनों और ट्रेनों मे यात्रियों की बढती भीड के बीच इन अवैध वैंडरों के लिए कमाई का सुनहरा अवसर है जिसे यह किसी भी कीमत पर नहीं गंवाते हैं। यह सारा गोरखधंधा सीसीटीवी कैमरों में कैद होता है लेकिन अधिकारी इस पूरे मामले में कान में ठंडा तेल डाले बैठे हैं।
खचाखच भरे स्टेशन पर खाने पीने का दोयम दर्जे का सामान दोगुनी तिगुनी कीमत पर बेचा जा रहा है और अवैध वेंडरों की जमकर चांदी हो रही है। इस सब के बीच अगर कोई यात्री विरोध करता भी है तो वेंडर जमकर अभद्रता करने में भी कोई गुरेज नहीं करते। किसी तरह की कार्रवाई से बेखौफ ठेकेदार जमकर यात्रियों को लूटने मे लगे हैं।
स्टेशन पर मौजूद रेलवे के कर्मचारियों और सीसीटीवी कैमरों के बीच अवैध वेंडिग कर खुलेआम यात्रियों की लूट का यह कारोबार बिना रेलवे के अधिकारियों की मिलीभगत के कैसे संभव है। इस गोरखधंधे से मिलने वाला अवैध पैसा सभी के पास किसी न किसी मात्रा में पहुंचने की वजह से ही यह गोरखधंधा खुलेआम बदस्तूर जारी है और इस सभी में पिसने वाला है ट्रेनों में यात्रा करने वाले वह यात्री जो सभी प्रकार के टैक्सों के साथ न केवल टिकट लेकर यात्रा करता है बल्कि अपने साथ जानबूझकर की जा रही इस लूट पर केवल हैरान रह जाता है।


