अनुसंधान केन्द्र स्थापित करने में रेलवे की मदद करेगा आईआईटी
रेलवे ने अनुसंधान केंद्र स्थापित करने और अनुसंधान एवं विकास (आरएंडडी) में तेजी लाने के लिए भारतीय प्राद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) कानपुर के साथ एक एमओयू पर हस्ताक्षर किये हैं।

कानपुर । रेलवे ने अनुसंधान केंद्र स्थापित करने और अनुसंधान एवं विकास (आरएंडडी) में तेजी लाने के लिए भारतीय प्राद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) कानपुर के साथ एक एमओयू पर हस्ताक्षर किये हैं।
रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष और सीईओ विनोद कुमार यादव, आईआईटी के निदेशक प्रो अभय करंदीकर की मौजूदगी में टीएंडएमपीपी की प्रधान कार्यकारी निदेशक अलका अरोरा मिश्रा और आईआईटी के आरएंडडी के डीन प्रो एआर हरीश ने एमओयू पर हस्ताक्षर किए। इस मौके पर प्रो अजीत के चतुर्वेदी,निदेशक,आईआईटी रुड़की,प्रो भास्कर राममूर्ति, निदेशक, आईआईटी मद्रास,प्रो रवींद्र गेट्टू, आईआईटी मद्रास भी शामिल थे।
प्रो अभय करंदीकर ने इलेक्ट्रॉनिक्स, सेंसर नेटवर्क,आईओटी, पावर इलेक्ट्रॉनिक्स और इलेक्ट्रिकल सुरक्षा के क्षेत्रों में अत्याधुनिक तकनीकों के विकास के लिए भारतीय रेलवे के आधुनिकीकरण के संदर्भ में इस सहयोग के महत्व पर बात की। उन्होंने भारतीय रेलवे के लिए प्रासंगिकता के क्षेत्रों में आईआईटी कानपुर में किए जा रहे संबंधित अनुसंधान और विकास गतिविधियों पर भी चर्चा की।
यह समझौता इलेक्ट्रिकल लोकोमोटिव, प्रेरक शक्ति, लोकोमोटिव नियंत्रण और संचार प्रणाली, ट्रैक्शन इंस्टॉलेशन, कंडीशन बेस्ड मॉनिटरिंग, सिग्नल प्रोसेसिंग का उपयोग करके ट्रेन और ट्रैक सुरक्षा, पावर और वाहन नियंत्रण इलेक्ट्रॉनिक्स, ड्राइवर इंटरफ़ेस सिस्टम, ट्रेन स्तर सेंसर नेटवर्क और इन्टरनेट ऑफ़ थिंग्स (आईओटी), विद्युत सुरक्षा, नेटवर्क नियंत्रण, आईआईटी कानपुर में सेंटर फॉर रेलवे रिसर्च (सीआरआर) के माध्यम से संबंधित तकनीकी क्षेत्रों में स्टाफ प्रशिक्षण के साथ साथ मुख्य क्षेत्र में अनुसंधान की सुविधा प्रदान करेगा।
वर्तमान में सीआरआर की अपनी प्रशासनिक इकाई है जो इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग में स्थित है। आईआईटी कानपुर में इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग में सेंटर फॉर रेलवे रिसर्च (सीआरआर) को लोको रिसर्च एंड प्रोपल्शन टेक्नोलॉजीज, ट्रैक्शन इंस्टॉलेशन / ओएचई और संबंधित इलेक्ट्रॉनिक्स के व्यापक अनुसंधान डोमेन के साथ सौंपा गया है।


