रात में घूमते रोका तो नेतागिरी की धौंस
कल देर रात करबला रोड में संदिग्ध अवस्था में घूम रहे दो युवकों को गश्त में निकले जवानों ने रोककर पूछताछ करने लगे तब दोनों युवक जवानों से हुज्जतबाजी करते हुए गाली-गलौज करने में उतारू हो गए

बिलासपुर। कल देर रात करबला रोड में संदिग्ध अवस्था में घूम रहे दो युवकों को गश्त में निकले जवानों ने रोककर पूछताछ करने लगे तब दोनों युवक जवानों से हुज्जतबाजी करते हुए गाली-गलौज करने में उतारू हो गए और जवानों को धमकी देने लगे। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस आलाधिकारी करबला रोड पहुंचकर दोनों आरोपी युवकों को पकड़कर थाना ले आए। बताया जाता है कि जवानों से गाली गलौच एवं धमकी देने वाले दोनों आरोपी में से एक भाजपा का पदाधिकारी है एवं दूसरा युवक पार्षद का भतीजा है। आज सुबह दोनों युवकों को छुड़वाने के लिए कोतवाली थाना में लोगों की भीड़ लगी रही लेकिन कोतवाली पुलिस ने जवान की रिपोर्ट पर मामला दर्ज करके उन्हें नहीं छोड़ा।
सिटी कोतवाली थाना प्रभारी आरपी शर्मा ने बताया कि कोतवाली नगर का रहने वाला नवीन गंगवानी पिता सुरेश गंगवानी अपने साथी गांधी चौक निवासी राहुल मुगल पिता आमीन मुगल के साथ बाइक में देर रात घूम रहा था। करबला रोड में भाजपा कार्यालय के सामने ड्यूटी में तैनात आरक्षक दिनेश यादव तथा अखिलेश पारकर ने दोनों युवकों को संदिग्ध अवस्था में घूमते देखा और रो लिया। दोनों से पूछताछ की और मोबाइल नंबर मांगा तो नवीन और राहुल आरक्षकों से भीड़ गए ओर जानकारी नहीं देने पर हंगामा करते हुए आरक्षकों से गाली-गलौज करने लगे। एक युवक ने तो आरक्षकों को जान से मारने की धमकी दे दी। रात को पेट्रोलिंग पार्टी व पुलिस के आला अफसर करबला पहुंचे और दोनों युवकों को हिरासत में ले लिया।
दोनों के खिलाफ शासकीय काम में बाधा तथा पुलिस कर्मी को जान से मारने की धमकी देने के मामले में अपराध पंजीबद्ध किया गया है। देर रात से भाजपा नेताओं के फोन घनघनाते रहे लेकिन पुलिस ने दोनों युवकों को नहीं छोड़ा। बताया जाता है कि नवीन गंगवानी तोरवा के पार्षद मोतीलाल गंगवानी का भतीजा हे तथा राहुल मुगल भाजपा युवा मोर्चा का शहर महामंत्री है दोनेां युवक नशे की हालत में बाइक में घूम रहे थे और पुलिस के हत्थे चढ़ गए दोपहर तक सिटी कोतवाली थाने में गहमागहमी रही पुलिस अधीक्षक मयंक श्रीवास्तव के निर्देश पर सभी थाना क्षेत्रों में घेराबंदी तथा संदिग्धों की धरपकड़ की जा रही है।
रात्रि गश्त के दौरान आरक्षकों को निर्देश है कि संदिग्ध अवस्था में पाए जाने वालों से नाम पता और मोबाइल नंबर की जानकारी ली जाए। इसके पहले भी शहर में पुलिस पर हमला हुआ है। कल भी मारपीट की घटना के बाद पुलिस ने तत्काल अपराध पंजीबद्ध किया है।
इसके पहले तोरवा थाना में भजपा नेता के रिश्तेदार ने ड्यूटी में तैनात तोरवा थाना में आरक्षक पर हमला कर दिया था और दो दिन पहले ही वाहनों के दस्तावेजों के जांच पड़ताल के दौरान एक आटो चालक ने सिपाही को घायल कर दिया था। पिछले 15 दिनों से शहर में लगातार पुलिस पर हमले हो रहे हैं।


