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मूंछे हो तो नत्थूलाल जैसी वरना न हों

90 के दशक की चर्चित हिन्दी फिल्म शराबी का मशहूर डायलाग ‘मूंछे हो तो नत्थूलाल जैसी वरना न हो’ ने यहां हजारों लोगों के चेहरों पर मुस्कान ला दी

मूंछे हो तो नत्थूलाल जैसी वरना न हों
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जौनपुर। 90 के दशक की चर्चित हिन्दी फिल्म शराबी का मशहूर डायलाग ‘मूंछे हो तो नत्थूलाल जैसी वरना न हो’ ने यहां हजारों लोगों के चेहरों पर मुस्कान ला दी जब बदलापुर महोत्सव में इसी डायलाग पर आधारित अनूठी प्रतियोगिता में 18 से अधिक मूंछधारियों में हिस्सा लिया।

जिलाधिकारी दिनेश कुमार सिंह की पहल पर शानदार मूंछे रखने वालो की प्रतियोगिता कराया गया है। मंगलवार देर शाम आयोजित प्रतियोगिता को देखने भारी भीड़ उमड़ पड़ी थी। भीड़ में शामिल तमाम युवा शराबी फिल्म का डायलाॅग दोहराते रहे। इस प्रतियोगिता का खिताब पलईराम को मिला जबकि पीआरडी जवान ओमप्रकाश यादव ने दूसरा और पुलिस विभाग के सुभाष चंद्र मौर्या को तीसरा स्थान मिला। इसके अलावा चार मूंछ धारियों को सांत्वना पुरस्कार दिया गया।

सिंह ने बताया कि समाज में हर तरह के लोग रहते है। इसी समाज में मुछ रखने वालो की अच्छी खासी तादात है। उनका सम्मान बढ़ाने के लिए यह कार्यक्रम आयोजित किया गया है ।

महोत्सव के आयोजक एवं बदलापुर के विधायक रमेश चंद मिश्र ने कहा कि मूंछ प्रतियोगिता में प्रथम स्थान पाने वाले को दस हजार रुपए , दूसरे स्थान पर रहने वाले को पाँच हजार रुपये और तीसरा स्थान पाने वाले को तीन हजार रुपये का नकद पुरस्कार दिया गया , साथ ही साथ चार मूंछ धारियों को एक-एक हजार रुपये का सान्त्वना पुरस्कार प्रदान किया गया ।


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