तेजस्वी यदि शेर के बेटा हैं तो उच्चतम न्यायालय में माफी क्यों मांग ली : सुशील
बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने कहा कि यदि तेजस्वी प्रसाद यादव अपने को शेर का बेटा बताते हैं

पटना। बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने कहा कि यदि तेजस्वी प्रसाद यादव अपने को शेर का बेटा बताते हैं, तो गुजरातियों को ठग बताने वाली अमर्यादित टिप्पणी के लिए उन्होंने उच्चतम न्यायालय में हलफनामा दायर कर माफी क्यों मांग ली।
मोदी ने मंगलवार को बयान जारी कर कहा कि विधानसभा की सदस्यता समाप्त होने के डर से पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने भी कांग्रेस नेता राहुल गांधी की तरह लिखित क्षमा याचना कर अपनी गर्दन बचा ली। यदि वे राष्ट्रीय जनता दल (राजद) अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के पुत्र होने का दंभ भरते हैं और बड़बोले बयान देते हैं, तो झुकने की बजाय अपनी बात पर अड़े रहते और अदालत के फैसले का सामना करते।
भाजपा नेता ने कहा कि श्री राहुल गांधी ने भी प्रधानमंत्री को "चौकीदार चोर है" कहा था और उन्हें भी उच्चतम न्यायालय में माफी मांगनी पड़ी थी। उन्होंने कहा कि श्री तेजस्वी यादव के उपमुख्यमंत्री पद से हटने के बाद भी 5, देशरत्न मार्ग वाला सरकारी बंगला खाली न करने पर उन्हें उच्चतम न्यायालय की फटकार सुननी पड़ी थी और 50 हजार रुपये का जुर्माना भी भरना पड़ा था।
श्री मोदी ने कहा कि गैरजिम्मेदाराना बयान देने और फिर न्यायालय में माफी मांग कर सजा से बच निकलने की प्रवृत्ति पर प्रभावी अंकुश कैसे लगे, इस पर देश की शीर्ष न्यायपालिका को गंभीरता से विचार करना चाहिए। उन्होंने कहा कि जो लोग लोकतंत्र बचाने और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर बड़ी-बड़ी बातें करते हैं, वे ही अपने अमर्यादित और द्वेषपूर्ण बयानों से लोकतंत्र को बार-बार कलंकित कर रहे हैं।


