संथाल परगना को बचाना है तो बिचैलियों को भगाना होगा : रघुवर
झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने बिचौलियों को विकास की राह की दीमक बताया और कहा कि यदि संथाल परगना को बचाना है तो इन्हें भगाना होगा

साहिबगंज। झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने बिचौलियों को विकास की राह की दीमक बताया और कहा कि यदि संथाल परगना को बचाना है तो इन्हें भगाना होगा।
श्री दास ने यहां बरहेट विधानसभा क्षेत्र स्थित मयूरजुटी गांव में आयोजित जन चौपाल को संबोधित करते हुये कहा कि संथाल परगना को बचाना है तो बिचौलियों को भगाना होगा। बिचैलिये विकास की राह में दीमक की तरह है। उन्होंने कहा कि कोई भी आपसे सरकार की योजनाओं का लाभ दिलाने के लिए राशि की मांग करता है तो उसकी जानकारी दें। संबंधित व्यक्ति के विरुद्ध कार्रवाई कर जेल भेजा जायेगा। भ्रष्टाचार मुक्त झारखंड बनाने में अपना सहयोग दें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि डिग्री के साथ-साथ अब हुनर की भी जरूरत है। बदलते समय के साथ पूरी दुनिया में इसकी मांग बढ़ी है। यही वजह है कि वर्तमान सरकार युवाओं को हुनरमंद बनाने के लिए 700 करोड़ रुपये खर्च कर रही है। उन्होंने कहा कि संथाल परगना में और भी कौशल विकास केंद्र प्रारंभ किये जाएंगे ताकि यहां के जो युवा डिग्रीधारी नहीं हैं उन्हें भी हुनरमंद बनाकर रोजगार एवं स्वरोजगार से जोड़ा जा सके।
श्री दास ने कहा कि संथाल को विकास से दूर कर उन्हें गुमराह करने वालों ने आदिवासी जमीन गलत ढंग से खरीदी है। संथालवासियों के बीच यह दुष्प्रचार किया गया कि वर्तमान सरकार आपकी जमीन छीन लेगी लेकिन उनकी सरकार के कार्यकाल का यह पांचवां साल है। क्या किसी की जमीन छीनी गई। नहीं यह सिर्फ दुष्प्रचार है ताकि संथाल वासियों को विकास से अछूता रखा जा सके।


