मैं गलत हुआ तो राजनीति छोड़ दूंगा नहीं तो जेटली राजनीति से संन्यास ले: पुनिया
कांग्रेस नेता एवं सांसद पी एल पुनिया ने वित्त मंत्री अरुण जेटली और भगोड़े व्यवसायी विजय माल्या के बीच उनके सामने मुलाकात होने का दावा करते हुये कहा है कि यदि उनकी बात गलत निकलती है तो वह राजनीति

नयी दिल्ली। कांग्रेस नेता एवं सांसद पी एल पुनिया ने वित्त मंत्री अरुण जेटली और भगोड़े व्यवसायी विजय माल्या के बीच उनके सामने मुलाकात होने का दावा करते हुये कहा है कि यदि उनकी बात गलत निकलती है तो वह राजनीति छोड़ने को तैयार हैं नहीं तो जेटली राजनीति से संन्यास ले लें।
पुनिया ने गुरुवार काे कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की उपस्थिति में पार्टी मुख्यालय में विशेष संवाददाता सम्मेलन में कहा कि माल्या ने देश छोड़ने से एक दिन पहले एक मार्च 2016 को संसद भवन के केंद्रीय कक्ष में जेटली से मुलाकात की थी। पहले दाेनों पांच-सात मिनट तक खड़े होकर कोने में बातचीत करते रहे। उनके बीच उस तरह बातचीत हुई जैसे दो लोगों में अंतरंग बातचीत होती है। बाद में दोनों ने बैठकर विस्तृत बातचीत की।
On 1st March 2016, when I was in Central Hall of Parliament House, I witnessed @arunjaitley and Vijay Mallya talking discretely. On 3rd March, we heard from media that he fled the country on 2nd March, 2016: @plpunia#ArunJaitleyStepDown
— Congress (@INCIndia) September 13, 2018
पुनिया ने कहा कि इस दौरान वह केंद्रीय कक्ष में मौजूद थे और इसका जिक्र उन्होंने कई बार मीडिया कर्मियों से बातचीत में किया है।
कांग्रेस नेता ने कहा कि केंद्रीय कक्ष में सीसीटीवी कैमरे लगे हुये हैं जिनकी फुटेज से वास्तविकता का पता चला जायेगा। उन्होंने चुनौती देते हुये कहा कि उनकी बात गलत साबित होगी तो वह राजनीति छोड़ देंगे नहीं तो जेटली राजनीति छोड़े। वित्त मंत्री इस मसले पर ढाई साल तक चुप्पी साधे रहे। संसद में इस मामले पर बहस भी हुयी लेकिन उन्होंने माल्या से मुलाकात का जिक्र नहीं किया।
I have clearly stated about this in each of my interview with media. There are CCTV cameras, we can all see that for proof. If I'm wrong I'll resign from politics: @plpunia#ArunJaitleyStepDown
— Congress (@INCIndia) September 13, 2018
उल्लेखनीय है कि माल्या ने कल लंदन में कहा था कि बैंकों के कर्ज को निपटाने को लेकर उन्होंने जेटली से मुलाकात की थी जिसका वित्त मंत्री ने खंडन करते हुये कहा है कि उन्होेंने न तो अपने घर मेें और न ही अपने कार्यालय में उनसे कभी मुलाकात की। उन्होंने कहा कि माल्या ने एक दिन संसद के गलियारे में चलते-चलते उनसे बैंकों के कर्ज के संबंध में बात करने की कोशिश की थी लेकिन उन्होंने उसे इस बारे में बैंकों से ही बात करने को कहा था।


