दीपोत्सव कार्यक्रम की आलोचना करने वालों का वैचारिक दिवालियापन : श्रीकांत
उत्तर प्रदेश के ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने कहा कि जो लोग आज अयोध्या के दीपोत्सव कार्यक्रम की आलोचना कर रहे हैं वह उनका वैचारिक दिवालियापन है

मथुरा। उत्तर प्रदेश के ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने कहा कि जो लोग आज अयोध्या के दीपोत्सव कार्यक्रम की आलोचना कर रहे हैं वह उनका वैचारिक दिवालियापन है।
श्री शर्मा ने आज यहां संवाददाताओं से कहा कि केवल कोयला चोर या इटली के मूल वाले लोग ही भारतीय संस्कृति को पुष्पित एवं पल्लवित करने वाले इस कार्यक्रम की आलोचना कर सकते हैं।
उन्होंने आरोप लगाया कि आलोचना करने वालों को भारतीय संस्कृति का ज्ञान भी नहीं है। हकीकत यह है कि अयोध्या में जब दीपोत्सव का आयोजन किया गया तो वातावरण त्रेतायुग जैसा बन गया था। इस कार्यक्रम के आयोजन से भारतीय संस्कृति का मान और सम्मान बढ़ा है। इस कार्यक्रम की आलोचना करने वाले आज भी नहीं समझ रहे हैं कि जनता ने भ्रष्टाचार एवं वंशवाद को नकारा है और विकास का वरण किया है।
ऐसे लेाग हकीकत में डिप्रेशन में चले गए हैं और यदि उन्होंने अपनी सोच न बदली तो जनता उन्हें बिलकुल ही धरातल पर ला देगी।
पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को मुगलिया सोच वाला बताते हुए उन्होंने कहा कि जो अपने पिता को पदमुक्त कर सकता है उससे क्या अपेक्षा की जा सकती है।
अयोध्या में दीपोत्सव आयोजित करने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की प्रशंसा करते हुए श्री शर्मा ने कहा कि जिन्होंने इस कार्यक्रम को देखा है वे ही उसकी उपयोगिता और श्रेष्ठता का अनुभव कर सकते हैं।
श्री शर्मा ने कहा कि धार्मिक स्थलों का विकास प्रदेश सरकार का मुख्य एजेन्डा है। अभी तक मथुरा, अयोध्या या वाराणसी जाने वाले तीर्थयात्रियों की उपेक्षा हुई है तथा उन्हें वह मूलभूत सुविधाएं भी नहीं मिल सकी हैं जिनके वे हकदार हैं।
प्रदेश सरकार ने इन स्थलों में विश्वस्तर की सुविधाएं मुहैया कराने का निश्चय किया है। उनका कहना था कि इससे जहां नवयुवकों को रोजगार के अवसर मिलेंगे वहीं तीर्थयात्रियों को बेहतर सुविधा मिलेगी।


