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फिल्म सिटी परियोजना को लेकर आईडीसी ने फाॅक्स स्टूडियो का लिया सुझाव

यमुना एक्सप्रेसवे प्राधिकरण के सेक्टर 21 में प्रस्तावित फ़िल्म सिटी परियोजना को लेकर सोमवार प्राधिकरण के कार्यालय में मनोज कुमार सिंह आईआईडीसी, उत्तर प्रदेश शासन द्वारा समीक्षा बैठक की गयी

फिल्म सिटी परियोजना को लेकर आईडीसी ने फाॅक्स स्टूडियो का लिया सुझाव
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ग्रेटर नोएडा। यमुना एक्सप्रेसवे प्राधिकरण के सेक्टर 21 में प्रस्तावित फ़िल्म सिटी परियोजना को लेकर सोमवार प्राधिकरण के कार्यालय में मनोज कुमार सिंह आईआईडीसी, उत्तर प्रदेश शासन द्वारा समीक्षा बैठक की गयी। बैठक में आईडीसी द्वारा फॉक्स स्टार स्टूडियो के मोहिन्दर वालिया के साथ विचार विमर्श किया गया।

वालिया द्वारा फ़िल्म सिटी प्रोजेक्ट के सम्बंध में अपने सुझाव साझा किए गये की किस तरह से प्राधिकरण की इस फ़िल्म सिटी योजना को बेहतर बनाया जा सकता है।

फाॅक्स स्टूडियो के सुझाव को प्राधिकरण वैष्विक निविदा में ष्षामिल करेगा। फिल्म सिटी को लेकर यूनिवर्सल स्टूडियो का भी सुझाव लिया जाएगा। फिल्म सिटी के लिए यमुना प्राधिकरण को नोडल एजेंसी नियुक्त कर दिया गया है। अभी तक सूचना विभाग इसकी नोडल एजेंसी था।

यमुना प्राधिकरण के सेक्टर-21 में एक हजार एकड़ में फिल्म सिटी प्रस्तावित है। इसके लिए सरकार ने सूचना विभाग को नोडल एजेंसी नियुक्त किया था। पीपीपी मॉडल पर विकसित होने वाली इस परियोजना के विकासकर्ता के लिए दो बार ग्लोबल टेंडर निकाले गए थे। टेंडर की शर्तों में बदलाव किया गया। बावजूद इसके कोई कंपनी फिल्म सिटी के विकास के लिए आगे नहीं आई।

परियोजना को लेकर छोटे-छोटे से निर्णय के लिए भी लखनऊ के चक्कर लगाने पड़ते थे। इसके चलते अब शासन ने यमुना प्राधिकरण को नोडल एजेंसी बना दिया है। अब 14 जून को अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त (आईआईडीसी) मनोज कुमार सिंह की अध्यक्षता में बैठक हुई। इसमें फिल्म सिटी के विकासकर्ता के चयन के लिए नये सिरे से टेंडर निकालने को लेकर चर्चा हुई।

बैठक में आईडीसी मनोज कुमार सिंह ने कहा टेंडर की शर्तों और अनुबंध पत्र को अंतिम रूप देने से पहले फाॅक्स और यूनिवर्सल स्टूडियो को भी सुझाव लिया जाए। इसी के तहत औद्योगिक विकास आयुक्त ने सोमवार को फाॅक्स स्टूडियो प्रतिनिधि के साथ वार्ता की।

वार्ता के दौरान यूनिवर्सल स्टूडियो के प्रतिनिधि ष्षामिल नहीं हो पाए। बाद में उनका भी सुझाव लिया जाएगा। प्राधिकरण पहले एक हजार एकड़ के लिए विकासकर्ता कंपनी का चयन कर रहा था।

इस बार इसका साइज छोटा किया जा सकता है। बैठक में आईआईडीसी के साथ साथ डॉ अरुण वीर सिंह मुख्य कार्यपालक अधिकारी, यमुना एक्सप्रेसवे प्राधिकरण, कपिल सिंह, एसीईओ, शैलेंद्र भाटिया ओएसडी, सीबीआरई के कंसल्टैंट्स उपस्थित रहे।


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