आईएएस अधिकारी केंद्र एवं राज्यों के बीच ‘महत्वपूर्ण सेतु’
कोविंद ने राष्ट्रपति भवन में उनसे मिलने आये 2016 बैच के आईएएस अधिकारियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि सरकारी कार्यक्रम स्थानीय स्थिति के अनुसार बनाये जाते हैं

नई दिल्ली। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) अधिकारियों को केंद्र एवं राज्य सरकारों के बीच ‘महत्वपूर्ण सेतु’ की संज्ञा देते हुए कहा कि अपनी विशेषज्ञता एवं अनुभव और सरकारी कार्यक्रमों का लाभ जन-जन तक पहुंचाना इन अधिकारियों का दायित्व बनता है।
श्री कोविंद ने राष्ट्रपति भवन में उनसे मिलने आये 2016 बैच के आईएएस अधिकारियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि सरकारी कार्यक्रम स्थानीय स्थिति के अनुसार बनाये जाते हैं और इसमें आईएएस अधिकारियों की भूमिका महत्वपूर्ण सेतु के रूप में होती है।
उन्होंने कहा कि यह आईएएस अधिकारियों का दायित्व है कि वे अपने विविधता भरे देश में सरकार की हर तरह की सेवाएं विशेषज्ञता, अनुभव तथा ईमानदारी के मानकों के अनुसार लोगों को दें।
उन्होंने कहा कि एकरूप संस्कृति और मूल्य प्रणाली को प्रोत्साहित करके देश को एकसूत्र में बांधे हुए हैं। जिलों तथा राज्य की राजधानियों में आईएएस अधिकारी राष्ट्रीय तथा केन्द्र सरकार के कार्यक्रम को लागू करने के लिए जिम्मेदार होते हैं।
राष्ट्रपति ने कहा कि आईएएस अधिकारी के रूप में उन्हें अपने लोगों, अपनी सरकार तथा अपने देश को चुनौतियों तथा अवसर का लाभ उठाने के लिए तैयार करना होगा, यह उनका दायित्व है। उन्होंने प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल को भी बढ़ावा देने की वकालत की।


