आईएएस एकेडमी का संचालक पत्नी सहित जेल भेजा गया
खुद को कर्नाटक राज्य का पूर्व कलेक्टर होना बताकर डिप्टी कलेक्टर की नौकरी लगवाने का झांसा देते हुए रिटायर्ड एसईसीएल कर्मचारी........
खुद को पूर्व कलेक्टर बताकर नौकरी लगवाने ठगे थे 15 लाख
कोरबा-पाली। खुद को कर्नाटक राज्य का पूर्व कलेक्टर होना बताकर डिप्टी कलेक्टर की नौकरी लगवाने का झांसा देते हुए रिटायर्ड एसईसीएल कर्मचारी से 15 लाख रूपये की ठगी के मामले में पुलिस ने कथित कलेक्टर और उसकी पत्नी को जेल दाखिल कराया है।
जानकारी के अनुसार पाली में सिद्धार्थ सिंह सिदार 40 वर्ष के द्वारा सिद्धार्थ आईएएस एकेडमी का संचालन किया जा रहा है। उसकी पत्नी पुष्पा सिदार पाली सीएचसी में बतौर स्वास्थ्य कार्यकर्ता कार्यरत है। इन दोनों पर 15 लाख रूपये की ठगी करने का आरोप लगाते हुए शिकायत की गई थी। मूलत: जांजगीर चांपा जिले के पामगढ़ निवासी व दो साल पहले सेवानिवृत्त एसईसीएल कर्मी श्यामलाल बंजारे पिता मन्नू सिंह 62 वर्ष ने पाली थाना में शिकायत की थी कि ग्राम परसदा बिलासपुर निवासी व पाली में एकेडमी संचालक सिद्धार्थ सिंह के द्वारा उसके बेटे को छत्तीसगढ़ राज्य में डिप्टी कलेक्टर की नौकरी लगवाने 15 लाख रूपये अक्टूबर 2016 में लिये गये थे।
सिद्धार्थ से श्यामलाल की पहचान मोपका बिलासपुर निवासी उसके रिश्तेदार के माध्यम से हुई थी और उसी ने बताया था कि सिद्धार्थ यह काम करता है। सिद्धार्थ ने प्रशासन के उच्च अधिकारियों से पहचान का हवाला देकर 15 लाख ले लिया लेकिन श्यामलाल के पुत्र की नौकरी नहीं लगी। इससे परेशान श्यामलाल ने सिद्धार्थ सिंह के बारे में अपने स्तर पर पता किया तो संदेह उत्पन्न हुआ। इसके बाद रूपये वापस लेने चक्कर काटना शुरू किया और नहीं मिलने पर शिकायत दी। पुलिस ने अपराध क्र. 74/17 पर धारा 419, 420, 34 भादवि के तहत जुर्म दर्ज कर सिद्धार्थ और उसकी पत्नी को गिरफ्तार करते हुए आज न्यायालय में पेश किया। मामले के विवेचक एएसआई विजय सिंह ने बताया कि न्यायालय से जमानत के अभाव में दोनों को न्यायिक रिमांड पर जेल दाखिल कराया गया।


