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मुझे अपने धर्म के लिए योगी से प्रमाण पत्र की जरूरत नहीं : प्रियंका

कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी ने मुख्यमंत्री योगी को आड़े हांथों लिया और कहा कि मुझे अपने धर्म के लिए योगी से प्रमाण पत्र की जरूरत नहीं है

मुझे अपने धर्म के लिए योगी से प्रमाण पत्र की जरूरत नहीं : प्रियंका
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लखनऊ। कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी ने मुख्यमंत्री योगी को आड़े हांथों लिया और कहा कि मुझे अपने धर्म के लिए योगी से प्रमाण पत्र की जरूरत नहीं है। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने बुधवार को महिलाओं के लिए अलग से घोषणा पत्र जारी किया है। इस दौरान उनसे पूछा गया कि मुख्यमंत्री ने कहा कि अबकी सरकार बनने के बाद विपक्ष के लोग कार सेवा करते नजर आएंगे। गांधी ने कहा कि जब मैं 14 साल की थी तब से व्रत रख रही हूं। मुझे अपने धर्म के लिए योगी से प्रमाण पत्र की जरूरत नहीं है। वहीं, भाजपा के चुनाव के समय ही मंदिर जाने के आरोप पर उन्होंने कहा कि योगी को क्या मालूम कि मैं कौन से मंदिर जाती हूं। मुझे उनके प्रमाण पत्र की जरूरत नहीं है।

उन्होंने कहा कि यह घोषणा पत्र कमरे में बैठकर तैयार नहीं किया गया है। यह पहल है। हर चीज का समय होता है। अब इसका वक्त आ गया है। अन्य दलों को भी इस पर निर्णय लेना चाहिए। महिलाएं आवाज उठा रही हैं। अपना हक मांग रही हैं। ये उसका प्रतिबिम्ब हैं। लड़कियों ने इस पर अच्छी प्रतिक्रिया दी है।

वाड्रा ने कहा कि, "यूपी में महिलाओं की सुरक्षा का क्या हाल है, सभी जानते हैं। हर दिन महिलाएं मुझसे मिलती हैं और अपना दर्द बताती हैं। महिलाएं आवाज उठा रही हैं। अपना हक मांग रही हैं। ये उसका प्रतिबिम्ब है। लड़कियों में अच्छा रिस्पॉन्स है।"

महिलाओं के लिए कांग्रेस का घोषणा पत्र लॉन्च करते हुए प्रियंका ने कहा, "इससे दूसरे राजनीतिक दलों पर भी दबाव होगा कि महिलाओं की भागीदारी को गंभीरता से लिया जाए। करुणा, दया, आशा महिलाओं का गुण है। ये गुण राजनीति में भी आए। राजनीति में महिलाओं की भागीदारी इसलिए जरूरी है ताकि महिला सशक्तिकरण केवल कागजों में न रह जाए। महिलाओं के लिए वह माहौल देना होगा कि वे अपनी बात कह सकें। महिलाओं का शोषण हो रहा और वे लड़ रही हैं। यह नारा वहीं से आया है।"

उन्होंने कहा कि नई सरकारी नौकरियों में महिलाओं को 40 फीसदी आरक्षण दिया जाएगा। आशा बहुओं और आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को न्यूनतम 10 हजार रुपये वेतन दिया जाएगा। पुलिस विभाग में 25 प्रतिशत महिलाओं को नौकरी दी जाएगी। हर थाने में महिला सिपाही की तैनाती की जाएगी। सुरक्षा के विशेष अधिकार प्राप्त छह सदस्यीय आयोग का गठन होगा।

कहा कि प्रदेश के 25 शहरों में अत्याधुनिक छात्रावास बनाए जाएंगे। बीमारी के लिए 10 लाख रुपये तक की इलाज की व्यवस्था होगी।

"राज्य भर में वीरांगनाओं के नाम पर 75 प्रतिशत दक्षता विद्यालय खोले जाएंगे। 12वीं पास छात्राओं को स्मार्ट फोन दिया जाएगा व ग्रेजुएट छात्राओं को स्कूटी दी जाएगी। पुलिस थानों में 25 प्रतिशत इंचार्ज सुनिश्चित किये जाएंगे। गांवों में महिला चौपाल का निर्माण किया जाएगा। महिलाओं को सरकारी बसों में फ्री यात्रा की अनुमति होगी।"


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