देवताओं पर बेतुकी बयानबाजी पर लगे लगाम: शंकराचार्य
राजनेताओं विशेष कर भाजपा से देवताओं को लेकर की जा रही बेतुकी बयानबाजी पर लगाम लगाने की नसीहत

मथुरा। राजनेताओं विशेष कर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से देवताओं को लेकर की जा रही बेतुकी बयानबाजी पर लगाम लगाने की नसीहत देते हुए गोवर्धन पीठाधीश्वर शंकराचार्य अधोक्षजानन्द देव तीर्थ ने आज कहा कि देवी देवताओं पर भाजपा को अपनी नीति का खुलासा करना चाहिए।
उन्होंने प़त्रकारों से कहा कि एक ओर भाजपा राम मंदिर बनवाने के लिए अपने विभिन्न संगठनों से बयान दिलाती है दूसरी ओर उनके ही नेता हिंदू देवी देवताओं पर आपत्तिजनक टिप्पणी कर रहे हैं। कोई सीता को टेस्ट ट्यूब बेबी बता रहा है तो मुख्यमंत्री हनुमानजी को दलित बता रहे हैं ।
इसी श्रंखला में कोई हनुमान जी को जाट तो कोई उन्हें ठाकुर बता रहा है । हाल में ही खेलकूद मंत्री चेतन चैहान ने उन्हें खिलाड़ी (स्पोट्समैन) बताया है ।
भाजपाइयों ने शिष्टाचार की सीमा तो तब पार कर दी जब कि भाजपा के एमएलसी बुक्कल नवाब ने हनुमान जी को मुसलमान तक कह डाला है और भाजपा के किसी शीर्ष नेता ने इसे रोकने की कोशिश नही की।
उन्होंने भाजपा अध्यक्ष अमित शाह से यह जानना चाहा है कि क्या उन्होंने हिंदू देवी देवताओं पर अशेाभनीय टिप्पणी करने की छूट अपने नेताओं को दे दी है अगर नही दी है तो उन्हें इन बेहूदे बयानों के लिए पूरे देश से माफी मांगनी चाहिए तथा आरएसएस और भाजपा को यह बताना चाहिए कि क्या अयोध्या में राम मंदिर के साथ ही वे मस्जिद भी बनवाएंगे क्योंकि राम मंदिर बिना हनुमान के अधूरा है और यदि हनुमान जी मुसलमान हैं तो उनके लिए मस्जिद बनवानी पडे़ेगी।


