छुट्टी के मौके पर सैकड़ों पर्यटक पहुंचे कर्तव्य पथ, परिजनों, दोस्तों संग खिंचा रहे तस्वीर
कोरोना काल में लगी पाबंदी व सेंट्रल विस्टा निर्माण के कारण लोग बड़े लम्बे इंतजार बाद अब आम लोग कर्तव्य पथ का दीदार करने पहुंच रहे हैं

नई दिल्ली। कोरोना काल में लगी पाबंदी व सेंट्रल विस्टा निर्माण के कारण लोग बड़े लम्बे इंतजार बाद अब आम लोग कर्तव्य पथ का दीदार करने पहुंच रहे हैं और हर पल को तस्वीरों में कैद करने लगे हैं। हाल ही में कर्तव्य पथ के उद्घाटन के बाद से सेंट्रल विस्टा अब आमजनों के देखने के लिए खोला गया।
कर्तव्य पथ इंडिया गेट से लेकर राष्ट्रपति भवन तक के रास्ते का नाम है, पहले इसे राजपथ के नाम से जाना जाता था। रविवार के दिन छुट्टी के मौके पर दूर-दूर से पर्यटक इसका दीदार करने अपने परिजनों संग पहुंच रहे हैं।
इंडिया गेट की ओर गुजर रही सड़कों पर दिल्ली ट्रैफिक पुलिस को तैनात किया गया है, ताकि जाम लगने की स्तिथि उत्पन्न न हो। राजपथ पर सुभाष चंद्र बोस की मूर्ति स्थापित होने के बाद से लोग पहले के मुकाबले ज्यादा इंडिया गेट पहुंच रहे हैं।
पुरानी दिल्ली से अपने दोस्तों के साथ पहुंचे तेजस सिंह ने बताया, "कोरोना से जब इसका काम शुरू हुआ था, तब आए थे। उसके बाद अब पहुंचे हैं और अब और यह पहले के मुकाबले ज्यादा सुंदर लग रहा है और ज्यादा जगह भी मौजूद है। इससे पहले एक बार और मैं इंडिया गेट आया था लेकिन पाबंदियों के कारण हम यहां तस्वीर नहीं खिंचा सके थे।"
"आज मैं अपने चार-पांच दोस्तों के साथ यहां पर आया हूं और हमने इंडिया गेट पर तस्वीर तो खिंचाई ही साथ में सुभाष चंद्र बोस की मूर्ति भी देखी, इस मूर्ति की हमने अभी तक टीवी पर ही खबरें सुनी थी।"
दरअसल राजपथ अंग्रेजों के जमाने में बना था इसीलिए गुलामी की मानसिकता से दूर होने के लिए इसका नाम बदलकर कर्तव्य पथ किया गया है। नई दिल्ली में राष्ट्रपति भवन से इंडिया गेट तक के 3.2 किमी लंबे क्षेत्र को सेंट्रल विस्टा कहते हैं।


