‘हुनर हाट’ कौशल की पहचान और स्वदेशी की शान: नकवी
केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने शुक्रवार को कहा कि ‘हुनर हाट’ कौशल की पहचान और स्वदेशी की शान का परफेक्ट तथा पॉपुलर प्लेटफार्म है

नयी दिल्ली। केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने शुक्रवार को कहा कि ‘हुनर हाट’ कौशल की पहचान और स्वदेशी की शान का परफेक्ट तथा पॉपुलर प्लेटफार्म है।
देश भर के हुनरमंदों के 28वें हुनर हाट का आयोजन 26 मार्च से चार अप्रैल तक कला अकादमी, कैम्पल, पणजी (गोवा) में किया जा रहा है।
इस ‘हुनर हाट’ का औपचारिक उद्घाटन कल 27 मार्च को गोवा के मुख्यमंत्री डा. प्रमोद सावंत द्वारा कला ऐकेडमी, कैम्पल, पणजी में श्री नकवी की गरिमामई उपस्थिति में किया जायेगा।
इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री श्रीपद नायक, राज्य सभा सदस्य विनय दीनू तेंदुलकर, सांसद फ्रांसिस्को सरदिन्हा, गोवा के उपमुख्यमंत्री चंद्रकांत कावलेकर, केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय के सचिव पी. के. दास, वरिष्ठ अतिरिक्त सचिव एस. के. देव बर्मन, चेयरमैन पी. के. ठाकुर एवं अन्य गणमान्य उपस्थित रहेंगें।
केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय की ओर से चारअप्रैल तक ‘वोकल फॉर लोकल’ थीम के साथ पणजी, गोवा में आयोजित किये जा रहे इस ‘हुनर हाट’ में 30 से अधिक प्रांतों के 500 से अधिक दस्तकार, शिल्पकार और कारीगर अपने शानदार स्वदेशी दुर्लभ हस्तनिर्मित उत्पादों को प्रदर्शन एवं बिक्री के लिए ले कर आये हैं। शिल्पकार, कारीगर अपने
पणजी, गोवा के ‘हुनर हाट’ में आंध्र प्रदेश, असम, बिहार, चंडीगढ़, दिल्ली, गोवा, गुजरात, झारखण्ड, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, मणिपुर, मेघालय, नागालैंड, ओडिशा, पुड्डुचेरी, पंजाब, राजस्थान, सिक्किम, तमिलनाडु, तेलंगाना, त्रिपुरा, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पश्चिम बंगाल आदि से दस्तकार, शिल्पकार तथा कारीगर शामिल हुए हैं। ये दस्तकार, शिल्पकार, कारीगर अपने साथ कलमकारी, बीदरीवेयर, उदयगिरि वुडेन कटलरी, बेंत-बांस-जूट के उत्पाद, मधुबनी पेंटिंग, मूंगा सिल्क, तुसार सिल्क, लेदर के उत्पाद, संगमरमर के उत्पाद, चन्दन की लकड़ी के उत्पाद, एम्ब्रोइडरी, चंदेरी साड़ी, ब्लैक पॉटरी, कुंदन गहने, शीशे से निर्मित उत्पाद, लकड़ी-मिट्टी से बनें खिलौने, ब्रास उत्पाद, टेराकोटा पॉटरी, हैण्डलूम आदि के शानदार स्वदेशी उत्पाद ले कर आएं हैं।
‘हुनर हाट’ के “बावर्चीखाना” सेक्शन में लोग मुगलई, दक्षिण भारतीय व्यंजन, गोवा, मलयाली, पंजाबी, बंगाली आदि परंपरागत पकवानों का लुत्फ़ उठाएंगे।
देश के जाने-मानें कलाकार सुश्री रेखा राज एवं मोहित खन्ना (26 मार्च); श्री रूप कुमार राठौड़ (27 मार्च); सुदेश भोंसले (28 मार्च); अल्ताफ राजा एवं सुश्री रानी इन्द्राणी (29 मार्च); निज़ामी बंधू (30 मार्च); गुरदास मान जूनियर (31 मार्च); प्रेम भाटिया (एक अप्रैल); विनोद राठौर एवं सुदेश लेहरी (हास्य कलाकार) (दो अप्रैल); गुरु रंधावा (तीन अप्रैल); सुश्री शिबानी कश्यप (चार अप्रैल) अपने गीत-संगीत से ‘हुनर हाट’ में चार चाँद लगांयेंगे।
श्री नकवी ने कहा कि देश भर में आयोजित किये जा रहे ‘हुनर हाट’ से देश की हुनर की विरासत को जबरदस्त प्रोत्साहन मिला है। अभी तक ‘हुनर हाट’ के माध्यम से 5 लाख 50 हजार से ज्यादा दस्तकारों, शिल्पकारों, कारीगरों और उनसे जुड़े लोगों को रोजगार और रोजगार के मौके उपलब्ध कराये गए हैं। ‘आत्मनिर्भर भारत’, ‘आत्मनिर्भर कारीगर’ का एक बड़ा मंच है ‘हुनर हाट’। ‘हुनर हाट’ स्वदेशी उत्पादों का एक प्रामाणिक ब्रांड बन गया है।
अगले ‘हुनर हाट’ देहरादून (16 से 25 अप्रैल); सूरत (26 अप्रैल से पांच मई) में आयोजित होंगे। इसके अतिरिक्त कोटा; हैदराबाद; मुंबई; जयपुर; पटना; प्रयागराज; रांची; कोच्चि; गौहाटी; भुवनेश्वर; जम्मू-कश्मीर आदि स्थानों पर भी इसी वर्ष ‘हुनर हाट’ के आयोजन होंगें।


