विनम्रता जीवन को महान बनाता है : टंकराम
ग्राम छपोरा में तीन दिवसीय अखण्ड रामायाण समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में पधारे टंक राम वर्मा, समाज सेवी एवं संयोजक स्व. सोनचंद वर्मा स्मृति फाउण्डेशन, बलौदाबाजार ने कहा कि राम का जीवन प्रेम, करूणा,

तिल्दा-नेवरा। ग्राम छपोरा में तीन दिवसीय अखण्ड रामायाण समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में पधारे टंक राम वर्मा, समाज सेवी एवं संयोजक स्व. सोनचंद वर्मा स्मृति फाउण्डेशन, बलौदाबाजार ने कहा कि राम का जीवन प्रेम, करूणा, त्याग,समर्पण एवं विनम्रता से भरा हुआ है। उन्होंने अपने जीवन में विनम्रता के भाव को लिए हुए राजपाठ चलाया। माता कैकयी के द्वारा दशरथ से दो वरदान मांगने के फस्वरूप राम को वनवास जाना पड़ा। राम के वनवास जाने के कारण राजा दशरथ भी देह त्याग दिए।
वनवास के दौरान सीता का रावण द्वारा हरण भी हुआ। 14 वर्ष की वनवास के पश्चात जब राम वापस अयोध्या लौटते है, तो राम सर्व प्रथम राम माता कौशिल्या से न मिलकर माता कैकयी से मिलते है और दण्डवत प्रमाण करते है। माता कैकयी के आंखों से अश्रुधारा बहने लगती है। कैकयी राम को उठाकर हृदय से लगा लेती है और कहती है, राम इसलिए लोग तुम्हें भगवान कहते हैं।
इस अवसर पर मित्र मानस मण्डली, तिल्दा नेवरा के मानस परिवार, यशवंत वर्मा सरपंच कुंदरू, बालाराम लहरे सरपंच छपोरा, भागवत वर्मा वरिष्ठ नागरिक छपोरा, अनिल वर्मा, अध्यक्ष रक्तदान समिति , ज्योति प्रकश वर्मा युवा नेता सहित समस्त ग्रामवासी उपस्थित थे।


