जीएमसी में छात्रों से रैगिंग मामले में मानवाधिकार आयोग ने लिया संज्ञान
मध्यप्रदेश मानवाधिकार आयोग ने राजधानी भोपाल के गांधी मेडिकल कॉलेज में रैगिंग और सीहोर की एक महिला के सूदखोरों से तंग आकर जहर खाने समेत कई अन्य मामलों पर संज्ञान लेते हुए अधिकारियों से जवाब तलब किया है

भोपाल। मध्यप्रदेश मानवाधिकार आयोग ने राजधानी भोपाल के गांधी मेडिकल कॉलेज (जीएमसी) में रैगिंग और सीहोर की एक महिला के सूदखोरों से तंग आकर जहर खाने समेत कई अन्य मामलों पर संज्ञान लेते हुए अधिकारियों से जवाब तलब किया है।
आयोग के अपर संचालक जनसंपर्क एलआर सिसोदिया से मिली जानकारी के मुताबिक अायोग ने जीएमसी में एमबीबीएस प्रथम वर्ष के छात्रों के साथ सीनियर छात्रों द्वारा रैगिंग के नाम पर मनमानी एवं मारपीट कर प्रताड़ित किये जाने की घटना पर संज्ञान लेते हुए कॉलेज के डीन और पुलिस उप महानिरीक्षक भोपाल से इस संबंध में सात दिवस में प्रतिवेदन मांगा है।
इसके अलावा आयोग ने सीहोर निवासी रूपा बाई के सूदखोर से तंग आकर आत्महत्या करने के प्रयास पर संज्ञान लिया है।
आयोग ने कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक, सीहोर से इस संबंध में प्रतिवेदन तलब किया है।
आयोग ने श्योपुर जिला अस्पताल में एक कुपोषित बालिका सहित दो मासूमों के दम तोड़ने की घटना पर भी संज्ञान लेकर कलेक्टर एवं मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी श्योपुर से प्रतिवेदन मांगा है।
आयोग ने हमीदिया अस्पताल, भोपाल में मरीजों को दवाएं नहीं मिलने एवं जनऔषधि केन्द्र में बेसिक दवाएं उपलब्ध न होने की घटना पर संज्ञान लेते हुए अस्पताल अधीक्षक और गांधी मेडिकल काॅलेज के डीन से पूछा है कि जनऔषधि केन्द्र के स्टोर में दवाओं की कितनी कमी है और उसका कारण क्या है।
आयोग ने ब्यावरा सिविल अस्पताल से रेफर होकर जिला अस्पताल राजगढ़ में आई अस्थमा पीड़ित महिला जानकीबाई विश्वकर्मा की उपचार के दौरान मौत हो जाने की घटना पर भी अधिकारियों से जवाब मांगा है।


