मध्यप्रदेश में मानवाधिकार आयोग ने विभिन्न घटनाओं को लिया संज्ञान
मध्यप्रदेश के मानव अधिकार आयोग ने आज प्रदेश विभिन्न घटनाओं पर संज्ञान लेते हुए जवाब तलब किया

भोपाल। मध्यप्रदेश के मानव अधिकार आयोग ने आज प्रदेश विभिन्न घटनाओं पर संज्ञान लेते हुए जवाब तलब किया।
आयोग की यहां जारी एक विज्ञप्ति के अनुसार बैतूल जिले के मुलताई अस्पताल में घायलों को उपचार के लिए लाने वाली संजीवनी वाहन के टायर लम्बे समय से नहीं बदले जाने से संजीवनी वाहन दूर तक जाकर घायलों को नहीं ला पाने के मामले में संज्ञान लिया है।
आयोग ने इस सिलसिले में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी बैतूल से शीध्र समस्या का समाधान कर प्रतिवेदन एक माह में तलब किया है।
इसी प्रकार आयोग ने कलेक्टर मुरैना की जन सुनवाई में रमेश चन्द्र ने सहारा पब्लिक स्कूल न्यू आमपुरा मुरैना के
संचालक पर एडमीशन होते हुए भी बच्चियों को विद्यालय से भगाने एवं अध्यापन ना कराने का आरोप लगाये जाने के संबंध में संज्ञान लिया है।
आयोग ने इस सिलसिले में कलेक्टर मुरैना एवं जिला शिक्षा अधिकारी मुरैना से प्रतिवेदन तलब किया है।
आयोग ने होशंगाबाद केन्द्रीय जेल में सात मानसिक विक्षिप्त कैदियों के आंतक एवं हुडदंग से दूसरे कैदियों को खतरा होने के मामले में संज्ञान लिया है।
आयोग ने इस सिलसिले में पुलिस महानिरीक्षक जेल भोपाल से प्रतिवेदन तलब करते हुए पूछा है कि मानसिक विक्षिप्त कैदियों को जेल में रखने की क्या व्यवस्था है।
ऐसे कैदियों की सुरक्षा और उनसे अन्य सामान्य कैदियों की सुरक्षा कैसे होती है।
ऐसे बंदियों के संबंध में बन्दी अधिनियम की धारा 30 के अन्तर्गत आवश्यकतानुसार कार्यवाही क्यों नहीं की गई है।
वहीं आयोग ने इन्दौर के एमवाय अस्पताल में एक नवजात को वैक्सीन लगाने के बाद उसकी मौत हो जाने के मामले में संज्ञान लिया है।
आयोग ने इस सिलसिले में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी इन्दौर से जांच कराकर प्रतिवेदन मंगाया है।


