हरियाणा में आत्मनिर्भर भारत का विजन साकार करने की अपार सम्भावनाएं : खट्टर
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा है कि आत्मनिर्भर भारत बनने का विज़न साकार करने की प्रदेश में अपार सम्भावनाएं हैं

चंडीगढ़। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा है कि आत्मनिर्भर भारत बनने का विज़न साकार करने की प्रदेश में अपार सम्भावनाएं हैं और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत के मंत्र को देश के युवाओं, विश्वविद्यालयों, कॉलेजों और अनुसंधान संस्थानों में शिक्षाविदों द्वारा पूरा किया जाएगा।
श्री खट्टर ने कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय द्वारा ‘पोस्ट कोरोना: आत्मनिर्भर भारत‘ विषय पर आयोजित वेबिनार को सम्बोधित करते हुए कहा “कोरोना पूरी मानवता के लिए एक बड़ी चुनौती के रूप में आया हैं, लेकिन हमें आगे बढऩे और भारत को आत्मनिर्भर बनाने के लिए आत्मविश्वास, नवीन सोच और नई तकनीकों पर निर्भर रहना होगा। हमें कोरोना के दौरान जीवन के नए वर्जन 2.0 के अनुरूप अपनी जीवन शैली में बदलाव करना होगा।“
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने नई चुनौतियों का सामना किया है और स्कूलों, कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में छात्रों के लिए ऑनलाइन शिक्षा की व्यवस्था शुरू की है। एनसीईआरटी ने ऑनलाइन पद्धति के माध्यम से स्कूलों में 52 लाख छात्रों को जोड़ा है। शिक्षा सेतु एप के माध्यम से करीब दो लाख छात्रों को शिक्षा दी जा रही है और विश्वविद्यालयों तथा कॉलेजों द्वारा ऑनलाइन माध्यम से लेक्चर उपलब्ध कराए जा रहे हैं। सरकार ने विद्यार्थियों पर उनके द्वारा लिए गए ऋणों का दबाव कम करने के लिए ईएमआई में छूट देने और साथ ही अपनी गारंटी पर शिक्षा ऋण के लिए कोलेट्रल देने का प्रावधान किया है।
श्री खट्टर ने कहा कि सरकार ने शिक्षा के साथ कौशल विकास पर जोर दिया है ताकि छात्र रोजगार योग्य बन सकें। इसी उद्देश्य से पलवल में विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय की स्थापना की है। स्टार्टअप योजना के तहत प्रदेश में 4149 युवा उद्यमियों को स्टार्टअप के लिए 868 करोड़ रूपये के ऋण दिए। इसी प्रकार प्रधानमंत्री मुद्रा योजना में युवाओं को स्टार्टअप स्थापित करने के लिए 14,141 करोड़ रूपये का ऋण दिया गया। प्रदेश सरकार ने 14 लाख परिवारों को प्रति माह 4-5 हजार रुपये स्थानांतरित किए हैं। पांच लाख परिवारों को भोजन, अनाज और राशन वितरित किया गया है। सरकार ने करीब 3.5 लाख मजदूरों को रेलगाड़ियों और विशेष बसों के माध्यम से घर पहुंचाने की निशुल्क व्यवस्था की है।
उन्होंने कहा कि देश में हर दिन एक लाख से अधिक मास्क और पीपीई किट का निर्माण हो रहा है। मारुति जैसी कई कम्पनियां वेंटिलेटर और अन्य महत्वपूर्ण उपकरणों का उत्पादन करने के लिए आगे आईं हैं। वेबीनार में विश्वविद्यालय की कुलपति डॉ. नीता खन्ना तथा अन्य गणमान्य उपस्थित थे।


