कैसे बनेगा डंपिंग यार्ड, विरोध में जमकर हुई नारेबाजी
सेक्टर-123 में डंपिंग यार्ड को लेकर राजनीतिक पार्टियां, सामाजिक संगठन व आसपास रहने वाले हजारों निवासी एक मंच पर आ चुके है

नोएडा। सेक्टर-123 में डंपिंग यार्ड को लेकर राजनीतिक पार्टियां, सामाजिक संगठन व आसपास रहने वाले हजारों निवासी एक मंच पर आ चुके है। इसका नजारा रविवार को सेक्टर-122 गोलचक्कर पर देखने को मिला। यहा सैकड़ों की संख्या में पहुंचे लोगों ने गोल चक्कर को धरन स्थल में तब्दील कर दिया।
इस दौरान हुई भाषण बाजी में स्पष्ट कहा कि वह यहा डंपिंग यार्ड नहीं बनने देंगे। प्रदर्शन में वंदे मातरम व इंकलाब जिंदाबाद के नारे लगाए गए। प्रदर्शन के चलते यहा वाहन चालकों को भीषण जाम का सामना करना पड़ा। एनजीटी के आदेश के बाद प्राधिकरण ने सेक्टर-123 के 25 एकड़ क्षेत्र को डंपिंग यार्ड के लिए नोटिफाई किया है। यहा ठोस कचरा प्रबंध संयंत्र लगाया जाएगा। जिसका सोसाइटी के अलावा कई सामाजिक संगठन व राजनीतिक पार्टियां विरोध कर रही है। इसी विरोध के चलते रविवार को सैकड़ों लोगों के साथ पूर्व सांसद सुरेंद्र नागर, सपा प्रत्याशी सुनील चौधरी के अलावा कई नेता पहुंचे। जिन्होंने प्रदर्शन की अगुवाई की। इस मौक पर उन्होंने कहा कि इसको लेकर क्षेत्रीय विधायक से भी बातचीत की गई है।
हम चाहते है यह मुद्दा विधानसभा में उठाया जाए। प्रदर्शन कर रहे सोसाइटी के लोगों ने बताया कि पहले यहा कचरे को फेंका जाएगा। इसके बाद उसे डंप किया जाएगा। यहां से उठने वाली बदबू का जिम्मेदार कौन होगा। इससे होने वाली बीमारियों की जिम्मेदार कौन होगा। उन्होंने बताया कि प्राधिकरण के मास्टर प्लान-2031 तक में इस क्षेत्र को डंपिंग ग्राउंड बनाने को लेकर कोई योजना नहीं है। प्राधिकरण ने पहले इस भूखंड के आसापास रिहाएशी सोसाइटी बनाने दी। यहा करीब ड़ेढ लाख लोग रहे है। ऐसे में यहा डंपिंग ग्राउंड बनने का असर इन लोगों की सेहत पर पड़ेगा। सुबह ग्यारह बजे सैकड़ों की संख्या में लोग यहा पहुंच गए। यातायात जाम हो गया। मौके पर कई थानों की पुलिस भी भेजी गई।
हालांकि प्रदर्शन शांति पूर्ण तरीके से किया गया। लेकिन बाद में हल्का उग्र होता देख पुलिस ने हस्ताक्षेप किया। जिसके बाद मामला शांत हो गया। प्रदर्शन कर रहे लोगों ने स्पष्ट कहा कि यहा डंपिंग ग्राउंड नहीं बनने दिया जाएगा मतलब नहीं। इसके लिए किसी भी हद तक जा सकते है। प्रदर्शन के चलते सेक्टर-122 गोलचक्कर के रास्त को बदल दिया गया। यह से ग्रेनो वेस्ट व गाजियाबाद के लिए लोग जाते है।


