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लगातार बढ़ते सब्जी के दामों से गृहणियां हुई परेशान

टमाटर, गोभी, गाजर, खीरा, हरी मटर जैसी सीजन की सब्जियों के बढ़ते दामों के कारण जहां इस अब सब्जी भोजन की थाली से गायब होती जा रही हैं, वहीं प्याज के बढ़ते दामों ने भी गृहणियों के आंसू निकाल दिए हैं

लगातार बढ़ते सब्जी के दामों से गृहणियां हुई परेशान
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होडल। टमाटर, गोभी, गाजर, खीरा, हरी मटर जैसी सीजन की सब्जियों के बढ़ते दामों के कारण जहां इस अब सब्जी भोजन की थाली से गायब होती जा रही हैं, वहीं प्याज के बढ़ते दामों ने भी गृहणियों के आंसू निकाल दिए हैं।

सर्दियों के सीजन में सस्ती सब्जी खाने वालों लोगों का जहां महंगाई ने जायका बिगाड़कर रख दिया है, वहीं इस महंगाई के कारण गृहणियों की रसोई का बजट भी गड़बड़ा गया है। सब्जियों के दाम आए दिन इस प्रकार बढ़ रहे हैं कि दूसरे दिन सब्जी किस दाम पर खरीदनी पड़ सकती है।

कुछ लोग मंहगी सब्जियों को शादियों का भरपूर सीजन होना बता रहे हैं तो कुछ लोग खुदरा दुकानदारों की मनमर्जी बता रहे हैं। दुकानदारों की मनमर्जी के कारण सब्जी के दामों में रोजाना बेतहाशा दामों की बढ़ोतरी हो रही है जिसके कारण मध्यम और गरीब वर्ग की थाली से सब्जी लगभग गायब हो चुकी है। पिछले कई महीनों से टमाटर के बढ़ते दामों के साथ-साथ अब प्याज के दाम भी रुलाने लगे हैं। प्याज ओर टमाटर की चटनी से गुजारा करने वाले गरीबों को तो अब यह भी सपने की बात हो चली है। सब्जी के थोक और खुदरा दामों में काफी अंतर भी लोगों के जी का जंजाल बना हुआ है।

थोक के दुकानदार जहां सब्जी को मंदी की मार बता रहे हैं तो वहीं खुदरा दुकानदार व्यापार में घाटा बताकर अपना पल्ला झाड़ रहे हैं। जबकि सब्जी खरीदने के नाम पर ग्राहक की जेब दिनप्रति ढ़ीली होती जा रही है। खुदरा सब्जी बिक्रेता मनमर्जी के दामों पर सब्जी बिक्री कर चांदी काट रहे हैं।

पिछले महीनें जहां प्याज 25 से 30 रुपए प्रतिकिलों में आसानी से उपलब्ध हो जाती थी आज वही प्याज 60 से 65 रुपए में मिल रही है। इसी प्रकार टमाटर 30 रुपए मिला था आज वही टमाटर 60 रुपए प्रतिकिलो में उपलब्ध हो रहा है। गाजर 30 से 60 रुपए, भिंडी 30 से 60 रुपए, हरी मेथी 20 से 30 रुपए,पालक 10 से 20 रुपए, गोभी 20 से 50 रुपए, घीया 20 से 40 रुपए में मिल रहा है। इसी प्रकार पिछले महीने 10 रुपए किलो बिकने वाले बैंगन आज 40 रुपए प्रतिकिलो तथा अदरक 80 रुपए प्रतिकिलो के भाव से मिल रहे हैं।

थोक सब्जी के दाम: बढ़िया अदरक थोक भाव में 38 रुपए प्रतिकिलो के हिसाब से बिक रही है। प्याज 40 से 45 रुपए,हरी मटर 40 रुपए, गाजर 20 से 23 रुपए प्रतिकिलो, टमाटर 45 रुपए, भिंडी 50 रुपए, गोभी 20 रुपए, पालक 10 रुपए, घीया 20 रुपए, बैंगन 10 रुपए, मूली 6 रुपए प्रतिकिलो के हिसाब से बिक रही है। थोक और खुदरा सब्जी के दामोंं में दोगुना अंतर होने के बावजूद भी व्यापारी परेशान हैं। जबकि सब्जी के दाम सुनते ही ग्राहकों को भी पसीना आ जाता है। सब्जी के दाम सुनते ही एक किलो सब्जी खरीदने वाले अब ढाई सौ ग्राम सब्जी से ही गुजारा करने को मजबूर हैं। प्रशासन को इस मामले में गंभीरता बरतनी चाहिए।

क्या कहती हैं गृहणी :
सब्जी के आसमान छूते दामेां के कारण रसोई का बजट बिगड़ने लगा है। टमाटर और अदरक जैसी सब्जियों के दाम बढ़ने से परेशानी हो रही है।

दुकानदरों की मनमर्जी के कारण सब्जी के रेट बेलगाम हो रहे हैं।

सब्जी के दाम दिन प्रति बढ रहे हैं। बढते रेटों के मामले में प्रशासनिक अधिकारियों को कडा संज्ञान लेना चाहिए। टमाटर ,आलू और प्याज के रेटों ने तो आंसू ही निकाल दिए हैं।

सब्जियों के बढते रेटों के कारण अब थोडी सब्जी में ही गुजारा करना पड रहा है। कुछ सब्जियां तो सर्दियों के मौसम में सस्ती मिलती थीं लेकिन अबकि बार तो सभी सब्जियों के रेट आसमान छू रहे हैं जिसके कारण रसोई का बजट बिगड गया है। संगीता गर्ग

थोक और खुदरा सब्जी के रेटों में काफी अंतर है। थोक व्यापारी निर्धारित रेटों से अधिक सब्जी नहीं बिक्री कर सकते,जबकि खुदरा दुकानदार अपने रेट तय कर सब्जी बिक्री करते हैं।


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