घर खरीदारों का फूटा गुस्सा, सरकार से पूछा क्या हुआ तेरा वादा
ग्रेनो वेस्ट की कई सोसायटियों में घरों की रजिस्ट्री नहीं हुई है, बहुत से घर खघ्रीदार ऐसे हैं

ग्रेटर नोएडा। ग्रेनो वेस्ट की कई सोसायटियों में घरों की रजिस्ट्री नहीं हुई है, बहुत से घर खघ्रीदार ऐसे हैं, जिन्हें आज तक घर नहीं मिला है। पिछले 12 साल से ये घर खरीदारों संघर्ष कर रहे हैं। चुनाव के वक्त नेता रजिस्ट्री करवाने और घर दिलवाने का वादा करते हैं।
ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी सिर्फ कार्रवाई का दिखावा करती है लेकिन किसी बिल्डर पर कोई कार्रवाई नहीं करती है। पिछले कई महीनों से घर खघ्रीदार ट्विटर पर हैस टैग कब होगी रजिस्ट्री और कब मिलेगा अपना घर के जरिए अभियान चला रहे हैं।
लाखों ट्वीट किए गए लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है। रविवार को नाराज घर खघ्रीदारों ने ग्रेटर नोएडा वेस्ट की एक मूर्ति गोल चक्कर पर धरना दिया। धरना में अपकंट्री, सुपरटेक इको विलेज 1,2 और 3, एपेक्स गोल्फ एवेन्यू, जेएम फ्लोरेंस, कासा ग्रीन्स वन, आमात्रा होम्स, अजनारा होम्स, अर्थकॉन, ला रेजीडेंशिया,गलशन बलेना, विक्ट्री वन सेंट्रल, गौर सिटी सहित कई प्रोजेक्ट के घर खघ्रीदार पहुंचे। घर खघ्रीदारों ने सरकार को उनका वादा याद दिलाया और बेइमान बिल्डरों के खघ्लिाफ नारेबाजी की।
नेफोवा अध्यक्ष अभिषेक कुमार का कहना है कि अब आंदोलन सिर्फ आश्वासन पर नहीं रुकेगा। सरकार घर खघ्रीदारों की समस्या की इस तरह अनदेखी नहीं कर सकती। उन्हें तुरंत रजिस्ट्री शुरु करनी चाहिए और जिनका घर 12 साल से नहीं मिला है उन्हें घर देना चाहिए।
आंदोलन में अहम भूमिका निभा रहे मिहिर गौतम का कहना है कि सरकार से इतनी अपील की गई, प्राधिकरण से इतनी मीटिंग हुई लेकिन समस्या को हल नहीं किया गया। ट्विटर पर कैंपन के साथ-साथ अब जमीन पर भी अपनी मांगों को लेकर शांतिपूर्ण प्रदर्शन जारी रहेगा। घर खघ्रीदार दीपांकर कुमार, ज्योति जैसवाल, राजकुमार, संजीव सक्सेना, दीपक गुप्ता, दिगपाल सिंह, परमेश्वर दुबे, महेश यादव, अनुपम मिश्रा, पंकज सिंह, डॉ सुशील कटियार, शेर सिंह, बजरंग दुबे, दिनकर, वीके सक्सेना,मृत्युंजय का कहना है कि ना बिल्डर सुन रहा है, ना प्राधिकरण सुन रही है और ना सरकार को कई फर्क पड़ रहा है।
आखिर वो जाएं तो कहां जाएं। घर खघ्रीदार मोहम्मद इनाम, आशीष विजय पुरिया, विजय, आशीष, दिलीप, दीपक, अजय,रोहित मिश्रा, विनीत, सहित बड़ी संख्या में घर खघ्रीदारों का कहना है कि अब हर हफ्ते हम इसी तरह अपनी आवाज उठाते रहेंगे और अपना अधिकार लेकर रहेंगे।


