मासूम बनीं आवारा कुत्ते का शिकार
सब्जबाग दिखाकर नागरिकों को गुमराह करने में माहिर निगम प्रशासन का एक ओर कारनामा सामने आया है

दुर्ग। सब्जबाग दिखाकर नागरिकों को गुमराह करने में माहिर निगम प्रशासन का एक ओर कारनामा सामने आया है। आवारा मवेशियों व कुत्तों को पकड़ने की निगम प्रशसान द्वारा की जा रही खानापूर्ति का शिकार एक और मासूम को होना पड़ा है। इस मासूम को आवारा कुत्तें के काटे से जाने घायल अवस्था में जिला अस्पताल में दाखिल कराना पड़ा है। घटना बुधवार की शाम नगर कोतवाली के सामने हुई।
जानकारी के अनुसार गंजपारा निवासी रेहाना स्कूल से छुट्टी होने के बाद अपनी मां के साथ घर लौट रही थी। इसी दौरान नगर कोतवाली के सामने आवारा कुत्तें ने रेहाना पर हमला कर दिया। कुत्तें ने रेहाना के हाथ को अपने जबड़े में दबोच लिया था। कुत्तें के जबड़े से रोहाना के हाथ को छुड़ाने में नागरिकों को काफी मशक्कत करनी पड़ी। जिसके बाद घायल रेहाना को जिला अस्पताल में उपचार के लिए दाखिल कराया गया।
अपनी मां और भाई के साथ थी रेहाना
आवारा कुत्तें का शिकार हुई रेहाना अपनी मां रहिसून निशा और भाई कासिम के साथ थी। इसके बावजूद कुत्तें ने उस पर हमला कर दिया था। रेहाना क पिता बस कंडक्टर है। वह महावीर स्कूल से अपने घर गंजपारा लौट रही थी।
लापरवाह बना है निगम प्रशासन
शहर में इससे पूर्व भी नगर निगम प्रशासन की लापरवाही से अनेक गंभीर घटनाएं हो चुकी है। कुछ माह पूर्व कुत्ते के काटने से एक मासूम की जान जा चुकी है। इसके अलावा पानी में डूबने से भी मासूम को मौत के लिए निगम प्रशासन को जिम्मेंदार ठहराया गया था। अघोषित कांजी हाउस में गाय की मौत और यहां से गौवंशों के लापता होने का मामला अभी सुर्खियों में है।
शासन प्रशासन उदासीन
निगम प्रशासन के जिम्मेंदार अधिकारियों की दिखावें की कार्यप्रणाली शहरवासियों के जानलेवा बनती जा रही है। इसके वाबजूद शासन व प्रशासन निगम के इन अधिकारियों के खिलाफ किसी प्रकार की ठोस कार्रवाई नहीं कर रहा है। जिससे इन अधिकारियों के हौसले बुलंद है। अघोषित कांजी हाउस में पशुक्रूरता अधिनियम के उल्लघंन व इससे पूर्व जेवरा सीरसा में डॉग हाउस के नाम पर परिषद की बिना सहमति के लाखों रु. की बर्बादी किए जाने के मामले में भी अब तक जिम्मेंदार अधिकारी के खिलाफ किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं की गई है।


