Top
Begin typing your search above and press return to search.

बिजली विभाग से परेशान होकर किसान ने दी आत्महत्या की चेतावनी

होशंगाबाद ! एक किसान बिजली विभाग से इतना परेशान हो गया है कि उसने जनसुनवाई में ही आत्महत्या की चेतावनी दे डाली।

बिजली विभाग से परेशान होकर किसान ने दी आत्महत्या की चेतावनी
X

होशंगाबाद ! एक किसान बिजली विभाग से इतना परेशान हो गया है कि उसने जनसुनवाई में ही आत्महत्या की चेतावनी दे डाली। उसका कहना है ढाई साल से बिजली विभाग के चक्कर लगाने पर उसकी समस्या हल नहीं हो पा रही है। वह इस समस्या को लेकर कमिश्नर, कलेक्टर से व सीएम हेल्पलाइन में भी मांग रख चुका है। इतना ही नहीं वह अपनी समस्या हल नहीं होने पर पिछली छ: जनसुनवाई में निवेदन कर चुका हैं। इसके बाद मंगलवार को सातवी बार में तो आत्महत्या की बात करने लगा।
बाबई तहसील के ग्राम कोटगॉव के नारायण सिंह ने बताया कि उसके 2 एचपी का बिल छ: माह में 1200 रूपये के आता था। अचानक अक्टूबर 2014 से 5 एचपी के हिसाब से छ: माह में 3500 रूपये भेजने लगे। इस तरह पिछले करीब ढाई साल से तीन एचपी अधिक का बिल भेज रहे है। जबकि विभाग के पास 11,500 रूपये जमा है, अगर मेरा बिल चुकता भी किया गया तो 2,500 रूपये बिल विभाग पर ही निकलेगा। बिजली विभाग जबरन दो एच पी की जगह पांच एचपी का बिल भेजकर 9,732 रूपये मुझ पर बकाया बता रहे है।
नारायण ने बताया कि जब पहली बार अक्टूबर 2014 में 5 एचपी का बिल आया, तब ही से बाबई बिजली विभाग के चक्कर लगा रहा हूॅॅ। परन्तु सहायक प्रबंधक 2 एचपी का बिल देने से इंकार कर रहे है। पिछले बार जनसुनवाई के आवेदन पर अधिकारी ने इस मामले को अतिसंवेदशील लिख है, फिर भी संबंधित अधिकारी पत्र की अवहेलना और लापरवाही कर परेशान कर रहे है। उसने कहा कि बिजली विभाग के रवैया तथा कई बार ऊपरी स्तर पर भी कई बार आवेदन के बावजूद भी समस्या का निदान नहीं होने से मजबूर होकर आत्महत्या करने पर विवश हूं।
पट्टे देने की मांग
होशंगाबाद। तहसील सिवनी मालवा के ग्राम बराखड़ खुर्द के लगभग 25 लोगों ने जनसुनवाई में पट्टे देने की मांग की। उन्होंने बताया कि पिछले 25-30 साल से यहां रहते है। अभी तक हमको पट्टे नहीं मिले। हमने कई बार तहसील कार्यालय, एसडीएम, को आवेदन दे चुके है। हमारी कालौनी 700-800 मी की लम्बाई में बनी हुई है। इसकी जनसंख्या 1200 है। इसके दो भाग हैं एक भग नगर पालिका में और एक पंचायत में आता है। नगरपालिका में रहने वालों को पट्टे मिल गये है। और हमें पट्टे नहीं मिले है।


Next Story

Related Stories

All Rights Reserved. Copyright @2019
Share it