Top
Begin typing your search above and press return to search.

फिल्म आदिपुरुष के खिलाफ हिंदू सेना ने लगाई जनहित याचिका

मनोज मुंतशिर जो हमेशा भाजपा कि वकालत करते हैं उन्हीं ने इस फिल्म के संवाद लिखे हैं। संवाद की अभद्र भाषा को लेकर दर्शक सोशल मीडिया पर रोष व्यक्ति कर रहे हैं। लेकिन ज्यादातर हिंदूवादी संगठन इस फिल्म को लेकर मौन हैं।

फिल्म आदिपुरुष के खिलाफ हिंदू सेना ने लगाई जनहित याचिका
X
ग्वालियर: जब से अदीपुरूष फिल्म सिनेमाघरों में रिलीज हुई है। दर्शक फिल्म को लेकर कई तरह की आपत्ति सोशल मीडिया पर दर्ज कर रहे हैं। हिन्‍दू सेना भी इस फिल्‍म का विरोध कर रही है। हिन्दू सेना अध्यक्ष संजय अग्रवाल ने देशबन्धु को बताया कि फिल्‍म में भगवान श्रीराम का मजाक उड़ाया गया है. लिहाजा दिल्‍ली हाई कोर्ट में जनहित याचिका लगाकर फिल्‍म को बैन करने की मांग की गई है। हिन्‍दू सेना के राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष विष्‍णु गुप्‍ता चाहते हैं कि हाई कोर्ट सेंट्रल बोर्ड ऑफ फिल्‍म सर्टिफिकेशन (CBFC) को यह आदेश दें कि इस फिल्‍म को सर्टिफिकेट ना दिया जाए।
जनहित याचिका में कहा गया कि महार्षि वालमिकी और संत तुलसीदास द्वारा लिखी गई रामायण में भगवान श्रीराम को जिस तरह से दिखाया गया है यह फिल्‍म उससे मेल नहीं खाती है. लिहाजा इस फिल्‍म से धार्मिक भावनाएं आहत हुई हैं. याचिका में कहा गया कि पेश मामले में सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय से भी संपर्क किया गया था लेकिन उन्‍होंने इसपर दिलचस्‍पी नहीं दिखाई. जिसके बाद उनके पास अदालत में जनहित याचिका लगाने के अलावा अन्‍य कोई रास्‍ता नहीं बचा था.
याचिका में कहा गया कि फिल्‍म में रावण की भूमिका निभा रहे सैफ अली खान और हनुमान का चरित्र भी भारतीय सभ्‍यता से मेल खाता नहीं दिखता है. रावण एक ब्राह्मण थे. जिस तरह से दाढ़ी वाला भयंकर लुक रावण को दिया गया है वो भावनाओं को चोट पहुंचाने वाला है. रामायण की असल कहानी से ये जरा भी मेल नहीं खाता है।
आपको बता दें कि जब भी हिन्दू धर्म को लेकर किसी फिल्म में कोई विवाद होता है तो भाजपा सहित तमाम हिन्दू वादी संगठन विरोध करते हैं। लेकिन फिल्म आदि पुरुष को भाजपा का समर्थन मिल रहा है। मनोज मुंतशिर जो हमेशा भाजपा कि वकालत करते हैं उन्हीं ने इस फिल्म के संवाद लिखे हैं। संवाद की अभद्र भाषा को लेकर दर्शक सोशल मीडिया पर रोष व्यक्ति कर रहे हैं। लेकिन ज्यादातर हिंदूवादी संगठन इस फिल्म को लेकर मौन हैं। केवल हिन्दू सेना ने ही आदि पुरुष के विरोध का कदम उठाया है।


Next Story

Related Stories

All Rights Reserved. Copyright @2019
Share it