राष्ट्र को एकता के सूत्र में पिरोती है हिन्दी
शास. नवीन महाविद्यालय में हिन्दी दिवस पर कार्यक्रम का आयोजन किया

खरोरा। शास. नवीन महाविद्यालय में हिन्दी दिवस पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रोफेसर श्री आर के साहू ने कहा कि हिन्दी पूरे देश को एकता के सूत्र में पिरोती है। हिन्दी हमारी संस्कृति की संवाहक है।
संसार की अन्य भाषाओं से हिन्दी कम समृद्ध नहीं है। श्री जे पी खटकर ने हिंदी भाषा के गौरव को रेखांकित करते हुए इसकी सरलता, सहजता, सरसता, गुरुता पर प्रकाश डाला।
कार्यक्रम अधिकारी डॉ बाल्मीकि साहू ने हिंदी भाषा की वर्तमान स्थिति पर प्रकाश डालते हुए कहा कि आज हिन्दी पहले की अपेक्षा अधिक विकास कर रही है, बावजूद इसके कि वह विद्यार्थियों द्वारा अल्हड़ता के कारण अशुद्ध बोली व लिखी जाती है।
इसका परिष्कार एवं परिमार्जन कर विद्यार्थी राष्ट्रभाषा , मातृभाषा के वैभव,गौरव को स्थापित कर सकते हैं।
छात्रों ने भी अपने उद्बोधनों में हिंदी के प्रति हीन भावना से मुक्त होने की बात कहीं। इस अवसर पर पूर्णिमा कोशले, स्वाति यादव अतिथि प्राध्यापकों के साथ नीलम, पायल, पूजा, गायत्री, तोरण, यशकुमार आदि छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।


