हिमाचल प्रदेश : ग्लेशियर पिघलने से पहाड़ों के दरकने का खतरा बढ़ा
हिमाचल प्रदेश के जनजातीय लाहुल-स्पीति जिले के यंगरंग गांव पर इन दिनों पहाड़ी खिसकने का खतरा मंडरा रहा

शिमला । हिमाचल प्रदेश के जनजातीय लाहुल-स्पीति जिले के यंगरंग गांव पर इन दिनों पहाड़ी खिसकने का खतरा मंडरा रहा है।
ग्लोबल वार्मिंग के कारण तेजी से पिघल रहे ग्लेशियर से पहाड़ियां खिसक रही हैं जिसकी वजह से स्थानीय लोग डर के कारण रातें जाग कर ही काट रहे हैं। लाहौल-स्पीति के दौरे के समय कृषि मंत्री डाक्टर राम लाल मार्कंडेय को जैसे ही पहाड़ी दरकने की सूचना मिली तो वे तुरंत मौके का निरीक्षण कर यंगरंग गांव पहुंच गए। उनके साथ प्रशासनिक बल भी तैनात था।
अपने औचक निरीक्षण के दौरान उन्होंने अधिकारयों को गांव को सुरक्षित करने के निर्देश दिये। ग्लेशियर से आ रहे पानी से गांव को ज्यादा खतरा पैदा हो गया है, जिसके चलते जल्द ही प्रशासन अब पानी को दो से तीन नालों में बांटने की कोशिश करेगा ताकि स्थानीय लोगों को दिक्कतों का सामना न करना पड़े।
डाॅ. मार्कंडेय ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे भूस्खलन के क्षेत्रों में ज्यादा से ज्यादा छरमा के पेड़ लगवाएं ताकि लोगों को दिक्कतें न हो।


