हिमाचल में सिरफुटौवल रूपाणी को मिला गुजरात
दूसरी बार गुजरात के मुख्यमंत्री बनेंगे विजय रूपाणी

शिमला। हिमाचल प्रदेश में अगले मुख्यमंत्री को लेकर जहां भारतीय जनता पार्टी में संशय बरकरार है। इस बीच शिमला में हुई भाजपा कोर कमेटी की बैठक के बाहर प्रेम कुमार धूमल व जयराम ठाकुर के समर्थकों ने पर्यवेक्षकों का घेराव कर हंगामा शुरू कर दिया। इस बैठक में पर्यवेक्षक के तौर पर निर्मला सीतारमन, नरेद्र सिंह तोमर और हिमाचल प्रदेश के पार्टी प्रभारी मंगल पांडे मौजूद थे। इससे बैठक से पहले धूमल और जयराम ठाकुर खेमे ने अपने-अपने समर्थकों को गुरुवार रात को ही शिमला बुला लिया था।
नाभा स्थित संघ कार्यालय में बैठक कर पर्यवेक्षक निर्मला सीतारमण और नरेंद्र तोमर जैसे ही पीटरहॉफ पहुंचे तो माहौल तनाव से भर गया। दोनों और से आए समर्थकों ने पर्यवेक्षकों का होटल के अंदर प्रवेश करना दूभर कर दिया। पर्यवेक्षकों के दिल्ली रवाना होने के काफी देर बाद भी होटल के बाहर दोनों ओर से यही माहौल दिखा। उधर पिछले कई दिनों से चल रहे मंथन के बाद आखिरकार गुजरात के मुख्यमंत्री के लिए विजय रूपाणी के नाम पर मुहर लग गई है। आज गांधीनगर में पार्टी कार्यालय में पर्यवेक्षकों की मौजूदगी में हुई बैठक में विजय रूपाणी के नाम पर सहमति बन गई है। वहीं उप मुख्यमंत्री नितिन पटेल को चुना गया है। बैठक में वित्त मंत्री अरुण जेटली के अलावा केंद्रीय पर्यवेक्षक के तौर पर राष्ट्रीय महासचिव सुश्री सरोज पांडेय उपस्थित थी। इसमें गुजरात प्रभारी भूपेन्द्र यादव भी उपस्थित थे। इससे पहले तक कयास लगाए जा रहे थे कि भाजपा गुजरात में भी उप्र का फॉर्मूला लागू करने पर विचार कर रही है।
दो उपमुख्यमंत्री होने की संभावना जताई जा रही थी। गांधीनगर स्थित पार्टी कार्यालय में हुई बैठक में पर्यवेक्षक अरुण जेटली और सरोज पांडे के साथ विजय रूपाणी भी मौजूद रहे। दो उपमुख्यमंत्रियों में एक चेहरा गणपत वसावा का माना जा रहा था। गणपत वसावा आदिवासी नेता हैं और पार्टी के लिए लंबे समय से काम करते रहे हैं। माना जा रहा है कि इस बारे में शुक्रवार को फैसला हो सकता है। हालांकि सूत्रों का कहना है कि 25 या 26 दिसम्बर को इस बारे में घोषणा हो सकती है।
भाजपा ने दो तिहाई मतों से जीता था हिमाचल
गौरतलब है कि हिमाचल प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी ने करीब दो तिहाई मतों से शानदार जीत दर्ज कर राज्य में पांच साल बाद वापसी की है। पार्टी प्रेम कुमार धूमल को आगे कर ही राज्य के चुनावी मैदान में उतरी थी। लेकिन, चुनाव में प्रेम कुमार धूमल हार गए। इसके बाद अब पार्टी की ओर से मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल की जगह किसी और को बनाने पर विचार किया जा रहा है। इसी बात को लेकर प्रेम कुमार धूमल के समर्थकों ने हंगामा किया।
25 दिसम्बर को शपथ ग्रहण समारोह!
सूत्रों के मुताबिक गुजरात के नए मुख्यमंत्री का शपथ-ग्रहण 25 दिसम्बर को हो सकता है, क्योंकि इस दिन पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का जन्मदिन है। साल 2012 के चुनावों के बाद नरेंद्र मोदी ने चौथी बार 25 दिसम्बर को ही शपथ ग्रहण किया था।


