बीजेपी सांसद रामस्वरूप के निधन पर पर हिमाचल विधानसभा की कार्यवाही स्थगित
हिमाचल प्रदेश के मंडी लोकसभा क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) सांसद रामस्वरूप शर्मा(63) के निधन पर राज्य विधानसभा में उन्हें श्रद्धांजलि देने के बाद कार्यवाही कल तक के लिए स्थगित कर दी गई

शिमला। हिमाचल प्रदेश के मंडी लोकसभा क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) सांसद रामस्वरूप शर्मा(63) के निधन पर राज्य विधानसभा में उन्हें श्रद्धांजलि देने के बाद कार्यवाही कल तक के लिए स्थगित कर दी गई।
सदन की सुबह कार्यवाही शुरु होते ही विधानसभा अध्यक्ष विपिन परमार ने रामस्वरूप शर्मा के निधन की जानकारी सदन को दी। बाद में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने सदन में शोक प्रस्ताव पेश करते हुये कहा कि रामस्वरूप शर्मा सहज स्वभाव के थे। उनका जन्म 10 जून 1958 को मंडी जिले के सुंदरनगर में हुआ था।
रामस्वरूप शर्मा का इस तरह से चले जाना दुखद है तथा भाजपा और संगठन के लिये बहुत बड़ी क्षति है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2014 में उन्होंने पहली बार भाजपा के टिकट पर लोकसभा चुनाव लड़ा और सांसद बने। वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में वह 4.50 लाख से अधिक मतों से जीतकर पुन: लोकसभा में पहुंचे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अभी पिछले हफ्ते ही श्री शर्मा मंडी में ही थे। रामस्वरूप मिलनसार, सरल और सौम्य प्रतिभा के धनी थे। वर्ष 2014 में जब मंडी से कोई चुनाव लड़ने को तैयार नहीं था तो रामस्वरूप को टिकट मिला और तत्कालीन मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह की पत्नी को हराया। भगवान दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करे। उन्होंने बताया कि परिवार के सदस्य दिल्ली रवाना हो गए है। श्री शर्मा की पार्थिव देह आज ही मंडी के जोगिंदरनगर दाह संस्कार के लिए लाई जाएगी।
सदन में विपक्ष और कांग्रेस विधायक दल के नेता मुकेश अग्निहोत्री ने भी श्री शर्मा के निधन पर दुःख व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि प्रदेश ने एक बहुमूल्य व्यक्तित्व खो दिया है जिस पर विश्वास नहीं हो रहा है। उनका सरल व्यक्तित्व किसी से छिपा नहीं है। उनका संगठन से सांसद तक का सफर सादगी भरा रहा।
संसदीय मंत्री सुरेश भारद्वाज ने कहा कि श्री शर्मा ने राष्ट्रीय पनविद्युत निगम में क्लर्क से सांसद तक का सफर पूरा किया। वह शुरू से ही राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ से जुड़े रहे तथा मंडी में भाजपा को खड़ा करने के लिए उन्होंने ने अहम योगदान दिया। संगठन महामंत्री के रूप में कार्य करते हुए वह प्रदेश के हर कार्यकर्ता तक पहुंचे। इसके बाद सुजान सिंह पठानिया, जलशक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर, राकेश पठानिया और जोगिंदरनगर के विधायक प्रकाश राणा ने भी सदन में शोकोद्गार व्यक्त किया। विधानसभा अध्यक्ष विपिन सिंह परमार ने स्वयं को भी इसमें शामिल करते हुए बताया कि संगठन से लेकर सांसद बनने तक का श्री शर्मा का काम सराहनीय रहा। जिम्मेदारी से सबको साथ लेकर काम करना उनका स्वभाव था। सदन में श्री शर्मा के आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का मौन रखा गया तथा इसके बाद कार्यवाही वीरवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।


