हिमाचल: जमीन धंसने से 46 की मौत, बचाव कार्य जारी
हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में जमीन धंसने से हुए हादसे के बाद सोमवार को दूसरे दिन बचावकर्मी तलाशी अभियान में जुटे हुए हैं
शिमला। हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में जमीन धंसने से हुए हादसे के बाद सोमवार को दूसरे दिन बचावकर्मी तलाशी अभियान में जुटे हुए हैं। हादसे में कई घर, बसें और वाहन जमींदोज हो गए और 46 लोगों की मौत हो गई। अधिकारियों ने 300 मीटर के दायरे में फैले कीचड़ के ढेर में एक या दो लोगों के फंसे होने की आशंका जताई है।
तलाशी अभियान की निगरानी कर रहे उपायुक्त संदीप कदम ने आईएएनएस को फोन पर बताया, "इस सुबह हमने लापता लोगों का पता लगाने और शवों को बरामद करने के लिए अभियान शुरू किया है।"
एक बचावकर्मी ने कहा, "मौसम साफ होने से हम शाम तक तलाशी अभियान के पूरा हो जाने की उम्मीद कर रहे हैं।"जमीन धंसने की घटना शनिवार देर रात भारी बारिश के बाद हुई, जिसमें 46 लोगों की मौत हो गई, जबकि पांच लोग घायल हैं।
एक अधिकारी ने बताया कि सभी शवों की शिनाख्त हो गई है और सोमवार को शव परीक्षण के बाद उन्हें उनके परिवार को सौंप दिया जाएगा।उन्होंने बताया कि अधिकांश पीड़ित हिमाचल प्रदेश के हैं। कुछ जम्मू एवं कश्मीर के भी हैं।
भूस्खलन की आशंका के चलते रविवार रात को रोक दिया गया तलाशी व बचाव अभियान सोमवार सुबह एक बार फिर शुरू हो गया, जिसे स्थानीय अधिकारी, सेना और राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल अंजाम दे रहे हैं।
अपने मंत्रिमंडल के साथियों के साथ रविवार को घटनास्थल का दौरा करने वाले मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने मृतकों के परिजनों को पांच-पांच लाख रुपये अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है।
घटना को 'बहुत बड़ी त्रासदी' करार देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि आखिरी शव बरामद होने तक बचाव अभियान जारी रहेगा। विपक्ष के नेता प्रेम कुमार धूमल ने भी घटनास्थल का दौरा किया।


