हिमाचल: बसों पर गिरी भारी चट्टान, 44 लोगों की मौत
हिमाचल प्रदेश में मंडी जिले के पास कोतरुपी गांव में कल रात दो बसों एवं अन्य वाहनों के भूस्खलन की चपेट में आने से करीब 44 लोग मारे गए हैं
शिमला। हिमाचल प्रदेश में मंडी जिले के पास कोतरुपी गांव में कल रात दो बसों एवं अन्य वाहनों के भूस्खलन की चपेट में आने से करीब 44 लोग मारे गए हैं। मंडी जिला मुख्यालय से 41 किलोमीटर दूर राष्ट्रीय राजमार्ग 154 पर जोगिंदरनगर के पास देर रात साढ़े बारह बजे हिमाचल प्रदेश परिवहन निगम (एचआरटीसी) की दो बसें कुछ देर के लिए रूकी थीं उसी समय पहाड़ी की आेर से भूस्खलन में खिसका भारी चट्टान बसों पर गिर गया।
चट्टान गिरने से जम्मू के कटरा जा रही बस कुछ फीट नीचे लुढ़क गई और बीच में कहीं फंस गई। चंबा जिले की ओर जा रही दूसरी बस 900 मीटर नीचे जा गिरी। इसके कारण एक कार, एक जीप और दो दोपहिया वाहन तथा सड़क किनारे बने कुछ अस्थाई घर भी बह गए।
भूस्खलन इतना भयावह था कि इसने राष्ट्रीय राजमार्ग को 250 मीटर की लंबाई तक क्षतिग्रस्त कर दिया। भारतीय सेना और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) बसों में फसे लोगों को निकालने की कोशिश कर रही है।
घटना के बाद मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह और पंचायत राज मंत्री अनिल सिंह ने घटनास्थल का दौरा कर राहत और बचाव कार्यों का जायजा लिया। सिंह ने कहा कि वह जिला प्रशासन की ओर से चलाए जा रहे राहत एवं बचाव कार्य की गति से संतुष्ट हैं तथा इसमें और तेजी लाने के भी निर्देश दिए हैं।
उन्होंने कहा कि जब तक आखिरी पीड़ित को मलबे से नहीं निकाल लिया जाता तब तक यह अभियान चलता रहेगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि राज्य की भौगोलिक स्थिति के कारण ऐसी घटनाओं को रोका नहीं जा सकता लेकिन राज्य सरकार घटना से प्रभावित लोगों काे हरसंभव मदद देगी।
मंडी के उपायुक्त संदीप कदम ने बताया कि चंबा-मनाली बस से 40 शवों को बरामद कर लिया गया है।जिला प्रशासन ने मृतकों के परिजनों को पांच-पांच लाख रुपये एवं घायलों को 15 हजार रुपये की घोषणा की है। राजस्व मंत्री ने भी जिला प्रशासन के अलावा मृतकों के परिजनों को चार-चार लाख रुपये देने की घोषणा की है।


