हेमंत ने ली झारखंड के 11वें मुख्यमंत्री पद की शपथ
झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) नीत महागठबंधन का नेतृत्व करने वाले श्री हेमंत सोरेन ने आज झारखंड के ग्यारहवें मुख्यमंत्री पद की शपथ ली।

रांची। झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) नीत महागठबंधन का नेतृत्व करने वाले श्री हेमंत सोरेन ने आज झारखंड के ग्यारहवें मुख्यमंत्री पद की शपथ ली।
राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने यहां ऐतिहासिक मोरहाबादी मैदान में आयोजित भव्य समारोह में झामुमो के कार्यकारी अध्यक्ष श्री सोरेन को मुख्यमंत्री पथ की शपथ दिलाई। 44 वर्षीय श्री सोरेन दूसरी बार राज्य के मुख्यमंत्री बने हैं।
इस मौके पर श्री सोरेन के पिता एवं दिशोम गुरू शिबू सोरेन उनकी माता रूपी सोरेन किस्कू के साथ ही कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी, अलावा राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री एवं राष्ट्रीय जनता दल (राजद) नेता तेजस्वी प्रसाद यादव मौजूद थे।
वहीं, झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास, बाबूलाल मरांडी एवं मधु कोड़ा, पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद यादव, राजद नेता जयप्रकाश नारायण यादव, असम के पूर्व मुख्यमंत्री तरुण गोगोई, बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) नेता सीताराम येचुरी, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के महासचिव डी. राजा, कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, तमिलनाडु से राज्यसभा सांसद कनिमोझी, द्रविड़ मुन्नेत्र कषगम (द्रमुक) के अध्यक्ष एम. के. स्टालिन और आम आदमी पार्टी (आप) सांसद संजय सिंह भी उपस्थित थे।
झारखंड गठन के 19 वर्ष में यह पांचवां मौका है जब राज्य का सबसे बड़ा राजनीतिक घराना सत्ता में आया है। श्री हेमंत सोरेन के पिता एवं ‘दिशोम गुरू’ शिबू सोरेन तीन बार झारखंड के मुख्यमंत्री रहे और उनका कार्यकाल दस महीने दस दिन का रहा। हालांकि श्री शिबू सोरेन और हेमंत सोरेन के कार्यकाल को मिला दें तो झारखंड में सोरेन परिवार की सत्ता 27 महीने दस दिन रही है। श्री शिबू सोरेन पहली बार 02 मार्च 2005 को राज्य के मुख्यमंत्री बने और उनका कार्यकाल महज दस दिन यानि 12 मार्च 2005 तक ही रहा।
इसके बाद श्री शिबू सोरेन दूसरी बार 28 अगस्त 2008 से 18 जनवरी 2009 तक मुख्यमंत्री रहे। मुख्यमंत्री पद पर उनका तीसरा कार्यकाल 30 दिसंबर 2009 से 31 मई 2010 तक रहा। श्री हेमंत सोरेन पहली बार 13 जुलाई 2013 को झारखंड के मुख्यमंत्री बनाए गए और उनका कार्यकाल 23 दिसंबर 2014 तक रहा।
अलग राज्य के रूप में 15 नवंबर 2000 को झारखंड का गठन होने के बाद इसके पहले मुख्यमंत्री श्री बाबूलाल मरांडी बनाए गए। इस सरकार की स्थानीय नीति को लेकर राज्य में मचे राजनीति घमासान के कारण श्री मरांडी के स्थान पर श्री अर्जुन मुंडा को राज्य का मुख्यमंत्री बनाया गया।


