हेमंत कटारे मामले में भदौरिया के खिलाफ कार्रवाई की मांग की
मध्यप्रदेश विधानसभा में विपक्ष के नेता अजय सिंह ने कांग्रेस विधायक हेमंत कटारे के खिलाफ साजिश रचने के मामले मेंभदौरिया और अन्य लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की मांग की है।

भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा में विपक्ष के नेता अजय सिंह ने कांग्रेस विधायक हेमंत कटारे के खिलाफ साजिश रचने के मामले में राज्य में सत्तारूढ़ दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेश उपाध्यक्ष अरविंद भदौरिया और अन्य लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की मांग की है।
सिंह ने इस संबंध में माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय की पीड़ित छात्रा की ओर से राज्य उच्च न्यायालय में दाखिल किए गए हलफनामा का हवाला देते हुए भाजपा नेता भदौरिया के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने की मांग की है। श्री सिंह ने इस संबंध में मुख्यमंत्री और प्रदेश पुलिस के महानिदेशक को लिखे पत्र में कहा है कि इस प्रकरण में राजनैतिक बदला लेने के लिए जेल को साजिश और षड़यंत्र का अड्डा बनाया गया। हलफनामा में दिए गए विवरण से इस बात की पुष्टि होती है।
सिंह ने कहा कि इस प्रकरण के आरोपियों के खिलाफ षड़यंत्र रचने और अन्य संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज होना चाहिए। साथ ही संबंधित जेलर के खिलाफ कार्यवाही की जाना चाहिए, जिन्होंने राजनीतिक दबाव में 'जेल मैन्यूअल' का उल्लंघन किया है।
नेता प्रतिपक्ष सिंह ने पत्र में कहा है कि एक छात्रा जेल में बंद थी और रात के अंधेरे में जेल में उससे मिलने वकील और अन्य व्यक्ति जाते हैं। इसके बाद कांग्रेेस विधायक के खिलाफ तत्काल अपहरण और ज्यादती की प्राथमिकी दर्ज हो जाती है। प्रदेश के इतिहास में राजनीतिक द्वेष से रची गई यह साजिश षड़यंत्र का संभवतः पहला मामला होगा। पुलिस तत्परता के साथ बगैर सोचे समझे जांच किए बिना प्राथमिकी दर्ज कर देती है, जो बताती है कि वह राजनीतिक दबाव में काम कर रही है।
सिंह के मुताबिक राज्य के लाेक निर्माण विभाग मंत्री रामपाल सिंह या कांग्रेस विधायक हेमंत कटारे के मामले में पुलिस का रवैया बताता है कि वह निष्पक्ष और कानून के हिसाब से काम नहीं कर रही है।
उन्होंने कहा कि अगर ऐसा नहीं है, तो जिस तरह जबरन जेल में दबाव डालकर लिखवाई गई शिकायत के बाद हेमंत कटारे पर झूठी प्राथमिकी दर्ज की गई, तब उसी छात्रा ने जो हलफनामा उच्च न्यायालय में दायर किया है, तो उस पर अब तक कार्यवाही क्यों नहीं की गई। पुलिस अब तक मौन क्यों है। दो कानून का राज की परंपरा डालकर भाजपा अपना भविष्य खतरे में डाल रही है।


