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महिला वैज्ञानिकों, छात्राओं के लिए हेल्पलाइन

अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, पृथ्वी विज्ञान एवं स्वास्थ्य व परिवार कल्याण मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने महिला वैज्ञानिकों, शोधार्थियों और छात्राओं के लिए रविवार को एक हेल

महिला वैज्ञानिकों, छात्राओं के लिए हेल्पलाइन
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नई दिल्ली। अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, पृथ्वी विज्ञान एवं स्वास्थ्य व परिवार कल्याण मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने महिला वैज्ञानिकों, शोधार्थियों और छात्राओं के लिए रविवार को एक हेल्पलाइन नंबर जारी किया, जिस पर उनको कॅरियर जुड़ी जानकारी मिल सकती है। डॉ. हर्षवर्धन ने यहां संवाददाताओं को बताया कि महिला वैज्ञानिक, शोधार्थी, छात्राएं व उद्यमी इस हेल्पलाइन के जरिए विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा उनके लिए संचालित कार्यक्रमों की जानकारी ले सकती हैं।

उन्होंने कहा कि शादी होने पर एक शहर से दूसरे शहर जाने या अन्य कारणों से महिला शोधार्थियों को कभी-कभी अपने शोधकार्य जारी रखने में कठिनाई आती है, लेकिन इस नंबर पर उनको आसानी से जानकारी मिल सकती है कि वे कैसे और कहां पर अपने शोधकार्य को जारी रख सकती हैं।

उन्होंने कहा कि महिला वैज्ञानिकों और छात्राओं को उनके कॅरियर से जुड़े तमाम सवालों का जवाब इस नंबर पर मिलेगा। छात्राओं और महिला वैज्ञानिकों के लिए जारी किया गया हेल्पलाइन नंबर (011)-26565285 फिलहाल सप्ताह के सभी कार्य दिवस सुबह 9.30 बजे से शाम 5.30 बजे तक काम करेगा और बाद में इसे 24 घंटे कार्यरत रखने पर विचार किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय द्वारा महिला वैज्ञानिकों और छात्राओं के लिए शुरू किए कार्यक्रमों व स्कीमों के लिए पात्रताएं व अन्य जानकारी वे इस हेल्पलाइन पर ले सकती हैं।

केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय द्वारा रविवार को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस समारोह का आयोजन किया गया। इस मौके पर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के सचिव प्रोफेसर आशुतोष शर्मा और बायोटेक्नोलोजी विभाग में सचिव डॉ. रेणु स्वरूप मौजूद थे।

वहीं, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग का स्वायत्त संगठन टेक्नोलॉजी इन्फोरमेशन फॉर कास्टिंग एंड एसेसमेंट काउंसिल (टाईफैक) में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर आयोजित एक अन्य समारोह में न्यायमूर्ति प्रतिभा एम. सिंह ने महिला वैज्ञानिकों की स्कीम-सी (किरण आईपीआर) की सराहना की। उन्होंने विज्ञान के क्षेत्र में महिलाओं की भूमिका बढ़ाने की आवश्यकता पर जोर देते हुए कहा कि विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी और इंजीनियरिंग में रोजगार बढ़ाने की जरूरत है।

प्रोफेसर आशुतोष शर्मा ने विज्ञान के क्षेत्र में कॅरियर बनाने के लिए महिलाओं को प्रोत्साहित करने के मकसद से शुरू की गई नई योजना विज्ञान ज्योति स्कीम की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि 500 से अधिक जिलों से चयनित महिलाओं को आईआईटी और एनआईटी व विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के अन्य अग्रणी संस्थानों जहां महिलाओं का प्रतिनिधित्व पर्याप्त नहीं है, वहां उनको विज्ञान के परिसरों में शामिल होने के अवसर प्रदान किए जाएंगे।

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